इंडियन प्रीमियर लीग में डेविड वार्नर का ड्राप किया जाना क्रिकेट का फैसला नहीं था, कोच ने किया खुलासा

सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के सहायक कोच ब्रैड हैडिन ने खुलासा किया कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2021 के दौरान आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वार्नर को बाहर करने का निर्णय क्रिकेट से संबंधित नहीं था। आइपीएल 2021 में एक निचले स्तर का खेल दिखाने वाले डेविड वार्नर को आइसीसी पुरुष टी 20 विश्व कप के लिए प्लेयर आफ द टूर्नामेंट चुना गया। यहां तक कि वे आइसीसी की प्लेइंग इलेवन आफ द टूर्नामेंट का भी हिस्सा रहे। बाएं हाथ के खिलाड़ी ने टूर्नामेंट में तीन अर्धशतकों के साथ 289 रन बनाए। उन्होंने टूर्नामेंट के फाइनल में 53 रन की महत्वपूर्ण पारी भी खेली और न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी टीम को आठ विकेट से जीत दिलाने में अहम योगदान दिया
ग्रेड क्रिकेटर्स पाडकास्ट में ब्रैड हैडिन ने कहा, “मैं आपको बताता हूं कि यह क्रिकेट का फैसला नहीं था कि वह सनराइजर्स हैदराबाद के लिए नहीं खेल रहे थे। मुझे लगता है कि आपको डेविड के साथ एक चीज का एहसास होना चाहिए कि वह आउट आफ फॉर्म नहीं थे। वह मैच प्रैक्टिस से बाहर थे। उनके पास एक लंबा ब्रेक था, वह बांग्लादेश या वेस्ट इंडीज नहीं गए, लेकिन उनका वह समय वास्तव में अच्छे समय में बदल गया। वह गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहे थे, परिस्थितियां हमारे नियंत्रण से बाहर थीं, यहां तक कि कोचिंग स्टाफ भी।
उन्होंने आगे कहा,”लेकिन ऐसा इसलिए नहीं था, क्योंकि वह आउट आफ फार्म थे। उसे बस कुछ मैच के समय की जरूरत थी, वह गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहा थे। उन्हें फिर से लय हासिल करने के लिए बीच में कुछ समय बिताने की जरूरत थी। जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा, आपने उनकी क्लास देखी। उसने अपने खेल में थोड़ी लय वापस पा ली और वह देखने में अच्छा था।” वार्नर को उनकी आइपीएल फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद ने प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया था। आइपीएल के कारण कुछ ऐसे लोग भी जिन्होंने उनके आस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन में होने पर सवाल उठाए थे, लेकिन इन सवालों का जवाब वार्नर ने अपने बल्ले से दिया। उन्होंने फाइनल और सेमीफाइनल मैच में 100 से ज्यादा रन बनाए