विद्युत चोरी रोकने की कवायद:बिजली चोरों पर लगाम और वसूली के लिए अब सीनियर अफसर संभालेंगे कमान
अजमेर बिजली चोरों पर लगाम और इस साल राजस्व वसूली का लक्ष्य हासिल करने के लिए अजमेर विद्युत वितरण निगम ने अपने सबसे सीनियर ऑफिसर्स को कमान सौंप दी है। डिस्कॉम के एमडी वीएस भाटी खुद सबसे ज्यादा बिजली चोरी, छीजत और राजस्व बकाया वाले नागौर जिले की कमान संभालेंगे। निगम के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को भी फील्ड में भेजने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सभी को लक्ष्य देकर कनेक्शन काटने या वसूली करने के निर्देश दिए गए हैं।
निगम के प्रबन्ध निदेशक वी.एस. भाटी ने बताया कि अजमेर डिस्कॉम ने इस वित्तीय वर्ष में 102 प्रतिशत राजस्व तथा 11 प्रतिशत से कम विद्युत छीजत का लक्ष्य रखा है। सभी वरिष्ठ अधिकारियों में से प्रत्येक को एक-एक सर्किल दे दिया गया है। उस सर्किल पर राजस्व वसूली तथा विद्युत छीजत को कम करने की जिम्मेदारी संबंधित वरिष्ठ अधिकारी की रहेगी। अगर कोई भी वरिष्ठ अधिकारी अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में असफल होता है तो उसके विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
नागौर वृत्त का प्रभार भाटी खुद संभालेंगे। अतिरिक्त निदेशक वित्त एम के गोयल को सीकर, निदेशक तकनीकी को उदयपुर, मुख्य लेखा नियंत्रक को राजसमंद, संभागीय मुख्य अभियंता (उदयपुर) को बांसवाड़ा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (एम एंड पी) को चित्तौड़गढ़, संभागीय मुख्य अभियंता (झुंझुनूं) को झुंझुनूं, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (मुख्यालय) को अजमेर शहर, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (प्रोजेक्ट) को भीलवाड़ा, मुख्य लेखाधिकारी(आंतरिक अंकेक्षण) को प्रतापगढ़, मुख्य लेखाधिकारी (संस्थापन एवं रोकड़) को अजमेर जिला एवं मुख्य लेखाधिकारी(एमएम) को डूंगरपुर वृत्त का प्रभार दिया गया है। भाटी ने बताया कि निगम क्षेत्र में उपभोक्ताओं पर 1398.99 करोड़ रुपए का भुगतान बकाया है।
यह है निगम के बकाया का गणित | अजमेर जिला वृत्त में उपभोक्ताओं पर 40 करोड़, भीलवाड़ा वृत्त में उपभोक्ताओं पर 51.06 करोड़, नागौर वृत्त में उपभोक्ताओं पर 433.65 करोड़, अजमेर शहर वृत्त में उपभोक्ताओं पर 32.75 करोड़, सीकर वृत्त में उपभोक्ताओं से 103.02 करोड़, झुंझुनूं वृत्त में उपभोक्ताओं पर 126.16 करोड़, उदयपुर वृत्त में उपभोक्ताओं पर 141.10 करोड़, राजसमंद वृत्त में उपभोक्ताओं पर 59.38 करोड़ रुपए बकाया हैं।