पेंशनर्स नए आदेशों से परेशान:बोले-पुराना सिस्टम ही सही, मिले राहत
नागौर पेंशनर्स को मिलने वाले निशुल्क उपचार व दवाईयों को लेकर राज्य सरकार की ओर से हाल ही में जारी संशोधित आदेश ने राजस्थान के पेंशनर्स के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर दी है। सेवानिवृत नर्सिंग अधीक्षक गोपाल कृष्ण पाराशर ने बताया कि वृद्धावस्था में कई लोग ऐसे होते है, जिनका लंबे समय तक उपचार चलता है।
पूर्व के नियमों में एक बार डॉक्टर को दिखाने के बाद वृद्ध पेंशनर अपने किसी सहायक के साथ डायरी भेजकर पूर्व में चल रही दवाइयां डॉ. से लिखवाकर मंगवा लेता था, लेकिन अब हर बार वृद्ध पेंशनर को डॉक्टर के पास जाकर नई चिट्ठी बनवानी होगी।
इसके बाद विक्रेता के पास जाने पर विक्रेता अपनी कार्रवाई पूर्ण कर उन्हें दवा उपलब्ध करवाए। कई मरीज ऐसे है जो चल भी नहीं सकते है, ऐसे लोग किस तरह से अपनी दवा लिखवाने जाएगा। पहले आदेशानुसार प्रत्येक पेंशनर काे दवा के लिए मेडिकल डायरी उपलब्ध कराई गई थी। उसमें वृद्ध अवस्था के मरीज एक बार कई लिखवा लेता था। किसी घर के सदस्य या अन्य व्यक्ति जो जान पहचान हो तो उनसे दवाइयां की डायरी देकर दवाई मंगवा लेता था।