अच्छी खबर:ऑक्सीजन प्लांट के लिए 32.66 लाख रुपए के 250 केवीए क्षमता के दाे जनरेटर पहुंचे
बाड़मेर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांटों के सुचारु संचालन के लिए 32.66 लाख रुपए के दाे 250 केवीए क्षमता के जनरेटर पहुंचे। अब अस्पताल की बिजली बंद हाेने पर भी जनरेटरों से ऑक्सीजन सप्लाई 24 घंटे शुरू रहेगी। जनरेटरों के नहीं हाेने की स्थिति में अस्पताल की बिजली गुल हाेने पर ऑक्सीजन की सप्लाई सिलेंडरों से की जा रही थी।
अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में लगे चार ऑक्सीजन प्लांटों के कनेक्शन जनरेटरों से किए जाएंगे। अस्पताल में पहले चार जनरेटर लगे हुए थे, लेकिन नए प्लांटों के लगने के बाद क्षमता के अनुरूप कार्य बाधित हाे रहा था। पुरानी बिल्डिंग में दाे 125 केवीए, न्यू टीचिंग बिल्डिंग में 650 केवीए तथा एमसीएच विंग में 250 क्षमता का एक जनरेटर पहले से लगा हुआ है। नए जनरेटरों के आने से ऑक्सीजन सप्लाई में सहूलियत रहेगी।
पुरानी बिल्डिंग में चार प्लांटों काे किया जाएगा कनेक्ट
पुरानी बिल्डिंग में लगे चार ऑक्सीजन जनरेशन प्लांटों काे जनरेटरों से जाेड़ा जाएगा। एनएचएम के 90 सिलेंडर उत्पादन क्षमता, मेडिकल काॅलेज के 102, एचपीसीएल के 100 सिलेंडर तथा डीआरडीओ की ओर से लगे 200 सिलेंडर क्षमता के प्लांट जनरेटरों से जुड़ने के बाद निर्बाध रूप से संचालित हाेंगे। जिला अस्पताल में स्थापित प्लांटों से अब प्रतिदिन सिलेंडर उत्पादन की क्षमता 642 हाे गई है। एेसे में अस्पताल ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर हुआ है।
कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ती ऑक्सीजन की खपत को देखते हुए सरकार व कंपनियों की अोर से प्लांट की स्वीकृति दी गई है। जिला अस्पताल अधीक्षक डाॅ. बीएल. मसूरिया ने बताया कि दाे 250 केवीए क्षमता के जनरेटर अस्पताल पहुंच चुके हैं। पुरानी बिल्डिंग में लगे चार ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांटों काे बिजली सप्लाई बाधित हाेने पर चलाया जाएगा। जनरेटरों के नहीं होने की स्थिति में सिलेंडरों से ऑक्सीजन सप्लाई दी जा रही थी।