रेजिडेंट्स की हड़ताल, सीनियर डॉक्टर्स संभालेंगे व्यवस्था:चिकित्सा मंत्री कोटा रहते नहीं कर पाए समाधान,सोमवार को वार्ता के लिए इंतजार करते रहे रेजिडेंट
कोटा आठ सूत्रीय मांगो को लेकर कोई निर्णय नहीं होने पर कोटा में रेजिडेंट डॉक्टर्स पूर्ण रूप से हड़ताल पर चले गए हैं। सोमवार शाम तक रेजिडेंट्स मांगों को लेकर वार्ता के लिए इंतजार करते रहे। लेकिन कोई वार्ता नहीं हो सकी। बड़ी बात ये कि चिकित्सा मंत्री दो दिन से कोटा में ही थे। सोमवार को सुबह भी उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की लेकिन रेजिडेंट्स की चेतावनी को देखते हुए भी उनकी तरफ से कोई पहल नहीं की गई, इधर रेजिडेंट्स का कहना है की चिकित्सा मंत्री को मांगपत्र दिया हुआ। काउंसलिंग के अलावा अन्य सभी मांगे सरकार स्तर की है।
अस्पतालों में की व्यवस्थाएं
रेजिडेंट हड़ताल से आउटडोर,इमरजेंसी,लेबर रूम,आईसीयू व ओटी में एचओडी व सीनियर डॉक्टर्स व्यवस्था संभालेंगे। उनके सहयोग के लिए 75 जूनियर रेजिडेंट्स को लगाया गया है। रूटीन ऑपरेशन के बजाय इमरजेंसी के ऑपरेशन पर ध्यान दिया जाएगा।
ये है मांगे
रेजिडेंट्स चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ मनीष गढ़वाल ने कहा की चिकित्सा मंत्री को आठ सूत्रीय मांगपत्र दिया है,अभी तक उस पर कोई विचार नहीं किया गया है। इसमें राज्य सरकार केंद्र सरकार से संबंध में स्थापित कर नीट पीजी काउंसलिंग जल्दी शुरू करवाए, एडमिशन बेच 2019-2020 का पेपर प्रेजेंटेशन पोस्टर सबमिट करने की समय सीमा को बढ़ाया जाए। इन मांगों के साथ ही इंक्रीमेंट समेत अन्य मांगों को लेकर रेजिडेंट्स ने हड़ताल की है। स्थिति को देखते हुए सीनियर डॉक्टर्स को ड्यूटी पर लगाया गया है।