हड़ताल खत्म:सहमति के बाद काम पर लौटे 170 रेजिडेंट्स
झालावाड़ 10 दिनों के बाद गुरुवार को झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के 170 रेजिडेंट डॉक्टर काम पर लौट आने से मरीजों को खासी राहत मिली है। नीट पीजी काउंसलिंग में विलंब और आठ सूत्रीय मांगों पर सरकार के साथ सहमति बनने के बाद गुरुवार को रेजिडेंट डॉक्टर ने काम शुरू कर दिया है। रेजिडेंट के काम पर लौटने के बाद सीनियर डॉक्टर्स ने भी राहत की सांस ली। अब शुक्रवार से ओपीडी पूर्व की तरह चल पाएगी। रेजिडेंट्स की हड़ताल होने से ओपीडी में भी मरीजों की संख्या कम हो गई थी। इसके अलावा सीनियर डॉक्टर पर भी अतिरिक्त भार पड़ने से उन्हें भी काम करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। झालावाड़ मेडिकल कॉलेज रेजिडेंट्स डॉक्टर एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ. रामवतार शर्मा व जनरल साइकेट्री डॉ. लोकेश मीना ने बताया कि सरकार के साथ हमारे प्रतिनिधियों की बैठक हुई। इसमें आठ सूत्री मांग पत्र पर चर्चा की गई।
इसके बाद सरकार के सकारात्मक रवैये और मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए हड़ताल खत्म करने का निर्णय किया गया। इसके बाद गुरुवार को सभी रेजिडेंट्स डॉक्टर काम पर लौट आए।इलेक्टिव ऑपरेशन और इमरजेंसी सेवाएं फिर शुरू: मेडिकल कॉलेज के सभी विभागों के रेजीडेंट के काम पर लौटने से गुरुवार को इलेक्टिव सर्जरी फिर से शुरू हो गई है। खासकर एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टरों को काम पर लौटने से सबसे ज्यादा राहत मिली है, क्योंकि सीनियर डॉक्टर ऑपरेशन तो कर देते हैं, लेकिन इससे पहले मरीज को एनेस्थीसिया देने के लिए विशेषज्ञ नहीं थे।