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दूसरा टेस्ट जीतने के लिए कोहली की जगह केएल राहुल नहीं इन्हें बनाया जाना चाहिए था टीम का कप्तान

केएल राहुल ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ जोहानसबर्ग में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में पहली बार भारतीय टेस्ट टीम की कमान संभाली थी। विराट कोहली के चोटिल होने की वजह से उन्हें ये जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन अपने पहले ही टेस्ट मैच में बतौर कप्तान केएल राहुल टीम को जीत दिलाने में सफल नहीं रहे। अब टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज वसीम जाफर का मानना है कि केएल राहुल को इस मैच में के लिए कप्तानी की जिम्मेदारी देने का फैसला सही नहीं था। उनकी जगह अजिंक्य रहाणे को कप्तानी दी जानी चाहिए थी।

आपको बता दें कि अजिंक्य रहाणे पहले भारतीय टेस्ट टीम के उप-कप्तान थे, लेकिन साउथ अफ्रीका दौरे पर आने से पहले उनकी जगह रोहित शर्मा को टेस्ट टीम का उप-कप्तान बनाया गया था। इसके बाद रोहित चोटिल हो गए और टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए इसके बाद भारतीय सेलेक्टर्स ने कोहली के सहायक के तौर पर केएल राहुल को चयनित किया। बात करते हुए जाफर ने कहा कि मुझे टीम मैनेजमेंट के फैसले पर हैरानी हुई क्योंकि जब आपके पास रहाणे जैसा शानदार कप्तान मौजूद है जिन्होंने बतौर कप्तान एक भी टेस्ट मैच नहीं गंवाया है और आस्ट्रेलिया में भी टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की थी। ऐसे में क्या केएल राहुल को कप्तान बनाए जाने की जरूरत थी।

वसीम जाफर ने कहा कि मैं केएल राहुल के खिलाफ नहीं हूं। वो युवा हैं और पंजाब किंग्स के लिए आइपीएल में कप्तानी की है साथ ही लोग उन्हें भविष्य के कप्तान के तौर पर भी देख रहे हैं, लेकिन मेरा ये मानना है कि कोहली की जगह दूसरे टेस्ट मैच में केएल राहुल नहीं बल्कि रहाणे को कप्तानी दी जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि दूसरे मैच में निश्चित तौर पर भारत ने विराट कोहली को मिस किया। कोहली मैदान पर जिस तरह की आक्रामकता लेकर आते हैं उससे टीम में ऊर्जा आती है और भारतीय टीम उस एनर्जी से चूक गए।

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