पचपदरा से लालसोट हाईवे बनेगा, डेढ़ घंटे कम हो जाएगी जयपुर से जोधपुर की दूरी
जयपुर प्रदेश में विकास को रफ्तार देने वाले दो बड़े प्रोजेक्ट दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे और जामनगर-अमृतसर इकॉनोमिक कोरिडोर को अब जोड़ने की तैयारी है। इसके लिए एनएचएआई पचपदरा से लालसोट के बीच नया ग्रीन फील्ड सिक्स लेन हाईवे बनाएगा। इसका बड़ा फायदा बीच में पड़ने वाले शहरों को होगा। जयपुर से जोधपुर के बीच की दूरी ही डेढ़ घंटे कम हो जाएगी। अभी दोनों शहरों की दूरी तय करने में छह घंटे लगते हैं, नई सड़क बनने से चार से साढ़े चार घंटे लगेंगे। ये नया हाईवे बाड़मेर, जोधपुर, पाली, अजमेर, टोंक, दौसा व जयपुर से होकर गुजरेगा।
जनवरी 2022 में इसके लिए सर्वे का काम शुरू हो जाएगा, इस आधार पर कंसल्टेंसी फर्म को डीपीआर बनाने का जिम्मा सौंपा जाएगा। एनएचएआई राजस्थान के सीजीएम पवन कुमार ने बताया कि दोनों ही एक्सप्रेस-वे का बड़ा हिस्सा राजस्थान से गुजर रहा हैं। दोनों को कनेक्ट करने से माल वाहक वाहनों को पोर्ट और एनसीआर तक आने जाने में आसानी होगी। मालूम हो कि राजस्थान में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे का 374 किमी और अमृतसगर जामनगर का 634 किमी हिस्सा पड़ेगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे
- लंबाई 1,350 किमी
- 350 किमी बन चुका
- 825 किमी निर्माण जारी
- लागत 1 लाख करोड़
- स्पीड सीमा 120 किमी प्रति घंटे
- दिल्ली-मुंबई के बीच दूरी 150 किमी घटेगी
- 25 घंटे की दूरी 13 घंटे में पूरी होगी
अमृतसर-जामनगर इको. कॉरिडोर
- पश्चिमी बॉर्डर पर तीन राज्यों को जोड़ेगा
- लंबाई 1224 किमी}लागत 26,730 करोड़
- 30 घंटे की दूरी 14 घंटे में पूरी होगी
- 2025 से शुरू होगा।
पहली बार…सड़क किनारे 16 ट्रॉमा सेंटर
अमृतसर-जामनगर इकोनॉमिक कॉरिडोर का राजस्थान में 60% से ज्यादा काम पूरा हो चुका। 120 किमी की स्पीड से वाहन दौड़ेंगे। एक्सप्रेस-वे पर पहली बार 16 साइड-बे ट्रॉमा सेंटर, हर 40 किमी पर इलेक्ट्रिक चार्जर, स्थानीय उत्पादों के मार्केट आदि होंगे। टोल एक्सप्रेस-वे से उतरने पर लगेगा।
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे पर यह बाड़मेर में पटाऊ गांव के पास इंटरचेंज है। इससे बाड़मेर व जोधपुर जा सकेंगे। इसका आकार वह तितली जैसा है। एक्सप्रेस-वे पर टोल प्लाजा नहीं होंगे, जब कार सब-वे से उतरेगी तब टोल देना होगा।