जानिए क्यों उत्तराखंड कांग्रेस के प्रत्याशियों की सूची जारी होने में अभी लगेगा और वक्त, अब किसके पाले में है गेंद
देहरादून। उत्तराखंड के सभी 70 टिकट तय करने के मामले में गेंद अब कांग्रेस हाईकमान के पाले में है। जिन करीब दो दर्जन सीटों पर सहमति नहीं बनी, उन पर प्रत्याशियों के पैनल में शामिल अपने-अपने दावेदारों के मजबूत पक्ष का लिखित ब्योरा दोनों पक्षों ने दिया है। इस ब्योरे के साथ प्रत्याशियों के पैनल पर सोमवार को नई दिल्ली में प्रदेश स्क्रीनिंग कमेटी ने दोबारा माथापच्ची की। इसके बाद इसे केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) को सौंपा गया है। अब सीईसी की बैठक एक-दो दिन में हो सकती है। इसके बाद प्रत्याशियों की सूची घोषित की जाएगी। सूत्रों की मानें तो प्रत्याशियों की पूरी सूची जारी होने में अभी वक्त लग सकता है। कांग्रेस को भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी होने का इंतजार है।
प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों पर टिकट आम सहमति से तय नहीं होने के बाद सीईसी ने प्रत्याशियों का पैनल सीईसी ने लौटा दिया था। साथ ही स्क्रीनिंग कमेटी और सीईसी की बैठक में शामिल होने वाले प्रदेश के नेताओं को उनके पसंदीदा दावेदारों को टिकट देने और जीतने के दावे के कारण लिखित में बताने को कहा गया था। दोनों पक्षों की ओर से ब्योरा तैयार किए जाने के बाद सोमवार दोपहर करीब एक बजे से स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक शुरू हुई। शाम तक चली इस बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के सामने दोनों पक्षों के लिखित दावों को लेकर मंथन हुआ।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल मौजूद रहे। इसके बाद अविनाश पांडेय की अध्यक्षता में गठित स्क्रीनिंग कमेटी ने सीईसी को प्रत्याशियों का पैनल सौंप दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पैनल सीईसी को सौंपने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि टिकट के बारे में अब सीईसी को निर्णय लेना है। एक-दो दिन में सीईसी की बैठक हो सकती है।
हरक सिंह की वापसी से पहले होगी औपचारिक बैठक
कांग्रेस में पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की वापसी के फैसले से पहले पार्टी के स्तर पर औपचारिक बैठक हो सकती है। यह बैठक अभी तक नहीं हो पाई है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इस मामले में सामूहिक निर्णय लेने के संकेत दे चुके हैं। माना जा रहा है कि हरक सिंह की वापसी को लेकर पार्टी औपचारिक बैठक करेगी। बैठक में हरक सिंह रावत को कांग्रेस में शामिल होने से पहले दिग्गजों की आपत्तियों पर अपना रुख स्पष्ट करना पड़ सकता है।
सरिता आर्य को छह साल के लिए किया निष्कासित
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य के भाजपा में शामिल होने की जानकारी मिलते ही तुरंत उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटाने के साथ ही निष्कासित कर दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के हस्ताक्षर से इस संबंध में पत्र जारी किया गया। प्रदेश महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी ने इसकी जानकारी दी।