एमसीजी में खेलना सपना सच होने जैसा, बीबीएल में डेब्यू करने के बाद बोले उन्मुक्त चंद
मेलबर्न, बिग बैश लीग (बीबीएल) में खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी उन्मुक्त चंद ने कहा कि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में खेलना सपना सच होने जैसा है। उन्मुक्त ने मंगलवार को मेलबर्न के डाकलैंड्स स्टेडियम में होबार्ट हरिकेंस के खिलाफ मेलबर्न रेनेगेड्स के लिए पदार्पण करते हुए यह उपलब्धि हासिल की। हालांकि, वह इस मैच में छाप छोड़ने में विफल रहे। उन्होंने अपने पहले मैच में सिर्फ छह रन बनाए।
चंद ने ट्वीट किया, ‘ एमसीजी में खेलना एक सपना सच होने जैसा है। मैदान में प्रवेश करते वक्त बिलकुल बच्चों जैसा एहसास हुआ। हम जैसा चाहते थे वैसा परिणाम नहीं आया। फिर भी, एक सुखद अनुभव। इससे बहुत सी सकरात्मक चीजें ली जा सकती हैं और आगे इस्तेमाल की जा सकती हैं। बड़े मंच पर वापस आकर अच्छा लग रहा है।’
28 वर्षीय उन्मुक्त चंद ने पिछले साल भारत के लिए अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कहा था। इसके बाद वे विदेशी लीगों में खेलने के योग्य हो गए। उन्होंने तीन आइपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली डेयरडेविल्स, मुंबई इंडियंस और राजस्थान रायल्स का प्रतिनिधित्व किया और एक दशक से अधिक समय तक उनका घरेलू क्रिकेट में सक्रिय रहे। इस दौरान उन्होंने 67 प्रथम श्रेणी मैच खेले।
उन्मुक्त चंद की कप्तानी में आस्ट्रेलिया में साल 2012 में खेले गए आइसीसी अंडर 19 विश्व कप में भारत विजेता बना था। उन्होंने फाइनल में आस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ नाबाद 111 रन बनाए थे। उस आस्ट्रेलियाई टीम में ट्रैविस हेड और एश्टन टर्नर जैसे खिलाड़ी मौजूद थे, जो अब बीबीएल में धूम मचा रहे हैं और सीनियर आस्ट्रेलियाई टीम का भी हिस्सा हैं।