पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी का चुनाव लड़ना तय
रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट से कांग्रेस से बगावत कर बतौर निर्दलीय प्रत्याशी नामांकन करवाने वाले पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी का चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है। कांग्रेस की ओर से उनका नामांकन वापस लेने के लिए जरूर प्रयास किए गए, लेकिन ज्यादा मान-मनोव्वल नहीं किया गया। ऐसे में कंडारी अगर चुनाव लड़ते हैं तो इसका नुकसान कांग्रेस प्रत्याशी को हो सकता है।
जिले की रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद असंतुष्ट कांग्रेसियों ने एकजुट होकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी का नामांकन करवाया। कांग्रेस से टिकट के दावेदार पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा, कांग्रेस के युवा नेता अंकुर रौथाण खुलकर पूर्व मंत्री के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। कंडारी को मनाने के लिए जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह बिष्ट ने संपर्क जरूर साधा, लेकिन कंडारी नहीं माने। कंडारी की ओर चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व कांग्रेस की पूर्व में प्रत्याशी रही लक्ष्मी राणा ने कहा कि जनता का भारी समर्थन पूर्व मंत्री को मिल रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी की ओर से कोई संपर्क उनसे नहीं किया गया। जबकि उन्हें जरूर मनाने के लिए आना चाहिए था। कहा कि टिकट देने में पार्टी ने सही मानक नहीं रखे। जिसका नुकसान कांग्रेस को उठाना पड़ेगा। राणा ने कहा कि भाजपा से आमजन नाराज हैं। सरकार के खिलाफ लोग मतदान करेंगे। कांग्रेस प्रत्याशी मजबूत नहीं है, इसलिए आम जनता का पूर्व मंत्री कंडारी को समर्थन मिल रहा है। इसलिए वह चुनाव मैदान में भाजपा व कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने के साथ ही चुनाव भी जीतेंगे।