करौली जिले का संभाग में पहला स्थान:शिक्षा विभाग ने जारी की रैंकिंग, प्रदेश में 19वीं रैंक पर पहुंचा
करौली सरकारी स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता व उपलब्ध संसाधनों के मामले में शिक्षा विभाग की ओर से जारी रैंकिंग में करौली जिले को भरतपुर संभाग में पहला स्थान मिला है। प्रदेश में 19वीं रैंकिंग मिली है, हालांकि यह रैंकिंग संतोषजनक नहीं है।
शिक्षा विभाग प्रत्येक महीने जिले के सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक स्थिति व्यवस्था और सुधारों के आधार पर रैंकिंग जारी करता है। इसके तहत जनवरी महीने की रैंकिंग गत दिनों जारी गई। इसमें हनुमानगढ़ जिला प्रथम, चूरू द्वितीय और तृतीय स्थान पर जयपुर जिला रहा। करौली जिले को 19वां स्थान है। विभाग की रैंकिंग में अंतिम पायदान पर प्रतापगढ़ 33वें, धौलपुर 32वें और बांसवाड़ा 31वें स्थान पर है। इस संबंध में राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक डॉ. रश्मि शर्मा ने फिसड्डी रहने वाले जिले के शिक्षा अधिकारियों को रैंकिंग सुधारने को हिदायत दी है। भरतपुर संभाग में करौली जिला प्रथम है। संभाग के सवाई माधोपुर को 23वीं, भरतपुर को 28वें और धौलपुर जिले को 32वीं रैंक मिली है।
टोडाभीम फिर अव्वल, करौली फिसड्डी
प्रदेश स्तर की रैंकिंग जारी होने के बाद समय शिक्षा अभियान के अधिकारियों ने करौली जिले की ब्लाक बार रैंकिंग जारी की है। इसमें टोडाभीम ब्लॉक एक बार टॉप पर आया है। टोडाभीम ब्लॉक ने दिसम्बर महीने में भी प्रथम रैंकिंग प्राप्त की थी। सहायक अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक अशोक शर्मा ने बताया कि नादौती को 2, हिण्डौन सिटी को 3, सपोटरा को 4, मण्डरायल को 5वीं रैंक मिली है। जिला मुख्यालय स्थित करौली ब्लाक सबसे फिसड्डी रहा है, जिसे सबसे अंतिम 6वीं रैक मिली है। जिले में टोडाभीम लगातार अव्वल रहा है। करौली ब्लाक सबसे फिसड्डी हुआ है।
अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक समसा करौली भरतलाल मीना का कहना है कि प्रदेश में 19वीं रैंकिंग शिक्षा विभाग को मिली है, जो काफी अच्छी नहीं है। इसमें सुधार की जरूरत है।