नगर निगम कोटा दक्षिण की बजट बैठक गुरुवार को, पिछले साल से 52.21 करोड़ रुपए ज्यादा का बजट
कोटा नगर निगम दक्षिण की बजट बैठक गुरुवार को आयोजित की जाएगी। दक्षिण नगर निगम की तरफ से इसकी पूरी तैयारियां कर ली गई है। इस बार 480.63 करोड़ के बजट का प्रावधान रखा गया है। जोकि पिछले साल के संशोधित बजट 428.42 करोड़ से 52.21 करोड़ रुपए ज्यादा है।
बजट में इस बार निगम ने जहां कमाई का लक्ष्य 480.63 करोड़ रुपए रखा है वही खर्च का प्रस्तावित लक्ष्य 478.57 करोड रुपए है। महापौर राजीव अग्रवाल ने बताया कि पिछली बार यूडी टैक्स ज्यादा वसूल नहीं कर पाए। इसलिए प्रस्तावित बजट से कम आय रही जिसे बाद में संशोधित किया गया। उन्होंने कहा कि इस बार यूडी टैक्स से ज्यादा कमाई की उम्मीद है।
महापौर ने बताया कि पिछली बार कोरोना के चलते निगम द्वारा दिए जाने वाले कई पार्किंग व अन्य ठेके नहीं लगे, क्योंकि लोगों ने टेंडर ही नहीं भरे। अब कोरोना का असर कम हुआ है। लोगों की आर्थिक स्थिति फिर से सुधरने लगी है ऐसे में इस बार साइकिल स्टैंड, प्रवेश द्वार, होर्डिंग आदि के ठेकों के लिए टेंडर में 30% की छूट दी जा रही है। ऐसे में इस बार नगर निगम की आय के जो स्त्रोत बना रहे हैं, वह पूरा करने की उम्मीद है। इससे पहले कांग्रेस पार्षदों की कांग्रेस कार्यालय में बैठक भी हुई। जिसमें बैठक शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाने को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान कि पार्षदों ने अपने वार्डों की समस्याएं भी बताई। हालांकि सभी पार्षदों को बजट बैठक में एक साथ होकर बजट के समर्थन में रहने के निर्देश दिए गए।
वहीं बीजेपी पार्षद नगर निगम के प्रस्तावित बजट को काल्पनिक बजट बता रहे हैं। बीजेपी पार्षद गोपाल राम मंडल ने कहा कि पहले बोर्ड यह बताए कि 1 साल के अंदर वार्डों में काम क्या हुए हैं। जो आय और व्यय का खर्च बैठक में रखने जा रहे है वह तो हुआ ही नहीं। ना तो वार्डों में निर्माण कार्य हुए ना ही खेल सामग्रियां बांटी गई। बीजेपी पार्षदों ने कहा कि केवल कल्पना के आधार पर कांग्रेस बोर्ड को निगम अधिकारी बजट पेश कर रहे हैं।
नगर निगम कोटा दक्षिण की बजट बैठक हंगामेदार होने के आसार है। बीजेपी पार्षद इस प्रस्तावित बजट को काल्पनिक बता रहे हैं। वही 2 दिन पहले बीजेपी पार्षदों ने आयुक्त को भी ज्ञापन सौंपा था। बीजेपी पार्षदों का कहना है कि बजट बैठक में सबसे पहले जो ज्ञापन सौंपा गया था उनमें से कितनी मांगों पर काम हो रहा है उसके बारे में चर्चा की जाएगी। वहीं कांग्रेस का फोकस प्रस्तावित बजट पारित करवाना रहेगा।