वर्षों से सरकारी आवास में चल रहे प्राथमिक विद्यालय
नई टिहरी: जिला मुख्यालय के दो प्राथमिक विद्यालयों को दो दशक बीतने के बाद भी तक अपना भवन नहीं मिल सका है। यह प्राथमिक विद्यालय सरकारी आवासीय भवनों में संचालित हो रहे हैं, जहां जगह का भी अभाव बना हुआ है। साथ ही बस्ती के बीच होने के कारण पठन-पाठन पर भी इसका असर पड़ रहा है।
पुरानी टिहरी डूबने के बाद इस शहर से दो प्राथमिक विद्यालयों को नई टिहरी में शिफ्ट किया था, जो डी ब्लाक व जी ब्लाक में संचालित हो रहे हैं। डी ब्लाक में करीब बीस छात्र संख्या है, वहीं जी ब्लाक में भी एक दर्जन से अधिक छात्र संख्या है। उस समय नई टिहरी शहर का निर्माण कार्य चल ही रहा था और उस समय व्यवस्था के तौर पर इन विद्यालयों को नई टिहरी के सरकारी आवासीय भवनों में शिफ्ट किया गया, लेकिन करीब दो दशक बीतने के बाद भी इन विद्यालयों के अपने भवन नहीं बन पाए और तब से लेकर आज तक विद्यालय आवासीय भवनों में संचालित हो रहे हैं
सरकारी आवास भी बस्ती के आस-पास स्थित होने के कारण वहां पर क्षेत्रवासियों का आना-जाना लगा रहता है। आस-पास कर्मचारी भी निवास करते हैं, ऐसे में पठन-पाठन में व्यवधान पैदा होता है। इन स्कूल भवनों के पास जगह की भी कमी बनी हुई है, जिससे प्रार्थना व खेल गतिविधियां आयोजित करने में भी दिक्कतें होती हैं। प्रांगण के अभाव में सर्दियों के मौसम में भी छात्र धूप में नहीं बैठ पाते हैं। स्कूलों के भवनों के लिए अभी तक जगह भी चिह्नित नहीं हो पाई है। ऐसे में अभी इन प्राथमिक विद्यालयों को अपने भवनों के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ेगा।
–भवनों के लिए अभी तक जगह नहीं मिल पाई है। वैसे मेरे पास अभी प्रभार मिला है, इसलिए पता करके ही सही-सही जानकारी मिल पाएगी।
अन्नीनाथ
प्रभारी, जिला शिक्षा अधिकारी, बेसिक