उपतहसील से तहसील स्तर में हो क्रमोन्नत:लोगों को मिलेगा राजस्व सेवाओं का लाभ, 15 ग्राम पंचायतों के लोग होंगे फैसले से प्रभावित
शाहपुरा के अमरसरवाटी क्षेत्र में 15 ग्राम पंचायतों के लोगों को राजस्व सेवाओं का लाभ देने के लिए राज्य सरकार ने बजट घोषणा में वर्ष 2013 में अमरसर कस्बे में उप तहसील कार्यालय स्वीकृत कर उप तहसील का कामकाज शुरू किया गया था। उप तहसील कार्यालय में कामकाज के पश्चात 15 ग्राम पंचायतों के लोगों को तहसील स्तर के काम के लिए शाहपुरा जाना पड़ता है। उप तहसील के साथ खुली अन्य उपतहसीलों आंधी को तहसील व पावटा को तहसील स्तर पर क्रमोन्नत कर दिया गया लेकिन अमरसरउप तहसील को अभी तक तहसील स्तर पर नहीं किया गया है। जिस वजह से लोगों को राजस्व सेवाओं को भली प्रकार से लाभ नहीं मिल पा रहा है।
उप तहसील में है 15 ग्राम पंचायतों का विस्तृत क्षेत्र
उपतहसील अमरसर के अधीनस्थ अमरसरवाटी क्षेत्र में अमरसर, हनुतपुरा, करीरी, बिलांदरपुर, गोविंदपुरा बासडी, धानोता, मुरलीपुरा, नायन, हनुतिया, राडावास , जगतपुरा, नयाबास, शिवसिंहपुरा, धवली, म्हारखुर्द का विस्तृत क्षेत्र पड़ता है, जिनकी लगभग डेढ़ लाख से अधिक आबादी है। तहसील क्षेत्र में 14 पटवार मंडल व तीन भूअभिलेख निरीक्षक क्षेत्र भी है।
तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायतों की तहसील से है 25 से अधिक किमी दूरी
उप तहसील क्षेत्र के 15 ग्राम पंचायतों में आधा दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों की तहसील मुख्यालय शाहपुरा से 30 किलोमीटर से अधिक दूरी है। अमरसरवाटी क्षेत्र से उपखंड मुख्यालय शाहपुरा सीधा-साधा नहीं होने के कारण लोगों को सीकर जिले के अजीतगढ़ कस्बे होकर सरकारी वाहनों से यात्रा करनी पड़ती है। लोगों को निजी वाहन किराए पर लेकर जाने के चलते आर्थिक भार भी वहन करना पड़ रहा है। आधा दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों में सरकारी रोडवेज व अन्य किराए के वाहन नहीं चलने के कारण लोगों को किराए के साधन या निजी वाहन लेकर ही तहसील मुख्यालय जाना पड़ता है।
तहसील में नहीं बन पाते हैं विभिन्न प्रमाण पत्र
उप तहसील कार्यालय में जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास, जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र, खाता विभाजन, खाता विनिमय, रास्ता समर्पण, नए रास्तों के प्रस्ताव सहित विभिन्न राजस्व कार्य है, जो उप तहसील कार्यालय में नहीं हो पाते हैं। जिस वजह से लोगों को शाहपुरा तहसील कार्यालय में जाकर काम करवाना पड़ता है। 15 ग्राम पंचायतों के विस्तृत क्षेत्र के नागरिकों को तहसील संबंधी कार्य के लिए तहसील मुख्यालय शाहपुरा जाना पड़ता है। तहसील मुख्यालय आवागमन के लिए समय व पैसे की बर्बादी होती है।
उप तहसील मुख्यालय में नहीं है सरकारी वाहन व पर्याप्त स्टाफ
कस्बे स्थित उप तहसील कार्यालय में कार्यालय शुरू होने के 7 साल बाद भी सरकारी वाहन नहीं होने के कारण उप तहसीलदार व कार्मिकों को विभिन्न राजस्व कार्यों व मौका निरीक्षण सहित अन्य सरकारी कामकाज के लिए निजी वाहन लेकर जाना पड़ता है। उप तहसील कार्यालय में उप तहसीलदार के अतिरिक्त मात्र एक ऑफिस कानूनगो, एक यूडीसी व एक एलडीसी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 2 पद स्वीकृत हैं।
तहसील में क्रमोन्नत होने पर नए पदों काम मिल सकता है लाभ
उप तहसील से तहसील स्तर पर क्रमोन्नत होने से तहसील में लेखाकार, तहसील राजस्व लेखाकार, सूचना सहायक सहित विभिन्न पदों का सृजन होने से लोगों को राजस्व योजनाओं का पूरा लाभ मिल सकता है। तहसील स्तर पर क्रमोन्नत होने पर राज्य सरकार द्वारा तहसीलदार को सरकारी दुकान का आवंटन किया जाता है व तहसीलदार को विभिन्न प्रशासनिक अधिकार प्राप्त होने पर लोगों को विभिन्न प्रमाण पत्रों सहित अन्य योजनाओं का लाभ मिल सकता है।
इस संबंध में अमरसरवाटी क्षेत्र के विभिन्न जनप्रतिनिधियों ने बताया कि विधायक आलोक बेनीवाल को उप तहसील अमरसर तहसील स्तर पर क्रमोन्नत करने के लिए ज्ञापन दिया गया है। इस संबंध में विधायक आलोक बेनीवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री को बजट घोषणा में उप तहसील को तहसील स्तर पर क्रमोन्नत करने के लिए मांग रखी गई है।