रोमांच के शौकीनों के लिए तैयार चंबा-मसूरी फलपट्टी
नई टिहरी : सैर सपाटे के साथ-साथ अगर रोमांच का अहसास करना है तो टिहरी जिले में चंबा-मसूरी फलपट्टी क्षेत्र एक बेहतर ठिकाना है। सुहाने मौसम के साथ-साथ इस बार पर्यटकों के लिए यहां पर कई साहसिक खेलों की सुविधा भी है। ठांगधार, काणाताल, धनोल्टी आदि क्षेत्रों में स्काई वाक, वाल क्लाइबिग, स्काई साइकिलिग, बड़ा झूला और जिप लाइन जैसे साहसिक खेलों का संचालन किया जा रहा है। पर्यटन विभाग भी इस क्षेत्र में युवाओं को अब साहसिक ख्ेालों का प्रशिक्षण देने की कार्ययोजना तैयार कर रहा है।
चंबा-मसूरी फलपट्टी कभी अपने सेब और नकदी फसलों के लिए प्रसिद्ध थी। लेकिन, अब यहां पर कैंट साइट, रिजार्ट और साहसिक खेलों का क्रेज है। हिमालय दर्शन के साथ-साथ यहां पर पर्यटकों के लिए साहसिक खेलों के लिए कई निजी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। इस बार भी यात्रा सीजन में ज्यादा पर्यटकों की आने की उम्मीद यहां के होटल और पर्यटन कारोबारी लगाए बैठे हैं और यात्रा सीजन की तैयारियों में जुटे हैं। इस पूरे क्षेत्र में लगभग बीस से ज्यादा निजी साहसिक खेल केंद्र संचालित किए जा रहे है। साहसिक खेल कारोबारी सुरेश रमोला ने बताया कि अभी सिर्फ वीकेंड पर पर्यटक आ रहे हैं। अधिकतर पर्यटक साहसिक ख्ेालों को कर रहे हैं। यहां पर राक क्लाइबिग , वाल क्लाइबिग और बड़े झूले को लेकर पर्यटकों की ज्यादा डिमांड है
काणाताल और धनोल्टी के बीच के क्षेत्र को साहसिक खेलों के बड़े केंद्र के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके लिए स्थानीय युवाओं को भी साहसिक खेलों का प्रशिक्षण देने पर विचार किया जा रहा है।
अतुल भंडारी, जिला पर्यटन अधिकारी टिहरी गढ़वाल