उद्योगों और विश्वविद्यालयों में पारस्परिक संबंध होना आवश्यक: बिष्ट
अल्मोड़ा। उत्तराखंड राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी परिषद और सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय की ओर से विश्वविद्यालय में उद्यमिता विकास पर हुई कार्यशाला में मुख्य अतिथि अधिष्ठाता प्रशासन प्रो. पीएस बिष्ट ने कहा कि उद्योगों और विश्वविद्यालयों में पारस्परिक संबंध होना अति आवश्यक है।
मुख्य वक्ता शहरी प्रगति मंत्रालय सलाहकार सुधीर कुमार तिवारी ने कहा कि अल्मोड़ा को आदर्श नगर बनाने और उत्तराखंड के परिप्रेक्ष्य में उद्यमिता के व्यवहारिक उपयोग पर प्रकाश डाला। कहा कि इसमें सामाजिक जागरूकता और सामूहिक रूप से परिश्रम की कार्यप्रणाली विकसित करना समय की आवश्यकता है। जायडस वैलनेस कंपनी के जनरल मैनेजर डॉ. कौशल ने कहा कि विद्यार्थी अपने विषय और नई तकनीक में पारंगत हो। उन्होंने विज्ञान संवर्ग अथवा उद्योग, व्यापार में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों को उनकी सितारगंज स्थित औद्योगिक आस्थानों का शैक्षिक भ्रमण के लिए आमंत्रित किया। विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों से इससे संदर्भित पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण तैयार कर विश्वविद्यालय स्तर से प्रस्ताव तैयार कर प्रेषित करने का आह्वान किया।
अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो. एचसी जोशी ने इस संबंध में सभी पक्षा और स्तरों पर विचार विमर्श के बाद कार्रवाई की बात कही। सुधीर तिवारी ने जोशी को इसमें सहयोग करने की बात कही। प्रो. शेखर जोशी ने बताया कि इसके लिए प्रशासनिक इकाइयों से वार्ता की जाएगी। कार्यशाला संयोजक प्रो. एनडी कांडपाल ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। संचालन डॉ. दीपक कुमार टम्टा, डॉ. विजेता सत्याल, डॉ. आरती परिहार ने किया। वहां पर डॉ. मुकेश सामंत, डॉ. आरसी मौर्या, डॉ. भुवन चंद्र, डॉ. धनी आर्या, प्रो. अनिल जोशी आदि थे।