2023 में पीएसपी प्रोजेक्ट से शुरू होगा बिजली उत्पादन
नई टिहरी : टिहरी हाईड्रो डेवलपमेंट पावर कारपोरेशन (टीएचडीसी) के टिहरी में बनाए जा रहे पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) प्रोजेक्ट की पहली यूनिट दिसंबर 2022 में बनकर तैयार हो जाएगी। उसके बाद अगले छह महीने में पीएसपी की तीन अन्य यूनिट भी बनकर तैयार हो जाएंगी। जून 2023 में टीएचडीसी पीएसपी से बिजली उत्पादन शुरू कर देगा।
बुधवार को टीएचडीसी भागीरथीपुरम कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता में टीएचडीसी के अधिशासी निदेशक यूके सक्सेना ने बताया कि अभी टीएचडीसी एक हजार मेगावाट का टिहरी बांध और चार सौ मेगावाट क्षमता का कोटेश्वर बांध संचालित कर रहा है। एक हजार मेगावाट का पीएसपी प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा है। दिसंबर 2022 में इसकी पहली यूनिट बनकर तैयार हो जाएगी। उसके बाद अगले छह महीने में तीन अन्य यूनिट भी बनकर तैयार हो जाएगी और बांध से ज्यादा बिजली उत्पादन किया जा सकेगा। अधिशासी निदेशक ने बताया कि टिहरी झील का जलस्तर पिछले साल सितंबर में 828 मीटर से दो मीटर बढ़ाकर 830 मीटर तक किया गया था। जिसके बाद बांध से सिचाई और पेयजल का ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है और बांध से लगभग 25 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन बढ़ा है। इस वित्तीय वर्ष में टीएचडीसी ने टिहरी बांध से 4300 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। टिहरी बांध विस्थापितों के मामले में भी राज्य सरकार को 252 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि टीएचडीसी दे रहा है। इसमें से बांध प्रभावितों को 28 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित कर दिया गया है। जल्द ही अन्य ग्रामीणों को भी मुआवजा दिया जाएगा। इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक डा. एएन त्रिपाठी, उप प्रबंधक मनवीर नेगी, आरडी ममगांई, दीपक उनियाल, आशीष डबराल, नरेंद्र रौथाण आदि मौजूद रहे।
नौ राज्यों को प्रदान की जा रही है बिजली
आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान टीएचडीसी प्रबंधन की तरफ से पत्रकार प्रतिनिधि मंडल को बांध का भ्रमण करवाया गया। इस अवसर पर टीएचडीसी के अपर महाप्रबंधक एएन त्रिपाठी ने बताया कि टिहरी बांध से देश के नौ राज्यों को बिजली प्रदान की जा रही है। बिजली उत्पादन के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और दिल्ली को सिचाई व पेयजल की सुविधा भी टिहरी बांध से मिल रही है।