कार्बेट नेशनल पार्क में प्रशिक्षु आईएएस के दल ने करीब से वन गूजरों की देखी जीवनशैली
रामनगर : देश भर के प्रशिक्षु आईएएस ने कार्बेट पार्क के जंगलों में रह रहे गूजरों की जीवन शैली को करीब से जाना। वन, वन्य जीवों व पर्यावरण को लेकर भी उन्होंने बहुत सारी जानकारी जुटाई। प्रशिक्षण अवधि पूरा करने के बाद आइएएस का दल यहां से वापस लौट गया।
वर्ष 2020-2021 बैच के देश भर के अलग-अलग राज्य से चयनित 180 आईएएस अधिकारियों का दल लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय अकादमी मसूरी से कार्बेट टाइगर रिजर्व में पहुंचा था। उन्होंने कार्बेट में वन, पर्यावरण, वन्य जीव संरक्षण व वन्य जीवों के संरक्षण में वन विभाग की भूमिका को लेकर पार्क अधिकारियों से जानकारी ली
पार्क वार्डन आरके तिवारी ने आईएएस के दल को जंगल में सफारी के जरिए फील्ड विजिट कराया। इसके बाद अधिकारियों के दल ने कार्बेट के जंगल में रह रहे वन गूजर खत्तों का निरीक्षण किया। वन गूजरों की जीवनशैली को जानने के लिए वह काफी उत्सुक नजर आए। पार्क वार्डन तिवारी से अधिकारियों ने वन गूजरों की समस्याओं व पुर्नवास को लेकर जानकारी ली।
अधिकारियों ने हिंसक वन्य जीवों के बीच जीवन बसर कर रहे गूजरों के रहन सहन को लेकर काफी सवाल भी पूछे। पार्क वार्डन तिवारी ने बताया कि सीटीआर के वन्य जीव संरक्षण की उन्हें जानकारी दी गई। इसके अलावा फील्ड विजिट में वन गूजरों की जीवन शैली को लेकर वह काफी प्रभावित हुए। उन्होंने गूजरों की समस्याओं को जानने के साथ ही वन विभाग से सांमजस्य बनाए जाने को लेकर भी बातचीत की। दो दिन 90-90 के प्रशिक्षु आईएएस के बैच को प्रशिक्षण दिया गया।