तीन साल में सबसे कम हुआ नैनीझील का जलस्तर
तेज गर्मी, पर्यटकों की भीड़ के कारण नैनीताल में पेयजल की मांग लगभग दोगुना हो गई है। इस कारण जल संस्थान नैनीझील से रोजाना 16 एमएलडी पानी की निकासी कर रहा है। इस कारण झील का जलस्तर रोजाना करीब एक इंच तक गिर रहा है। यही कारण है कि अप्रैल में नैनीझील तीन सालों के अपने सबसे न्यूनतम जलस्तर तक पहुंच गई है। यदि जल्द ही इस स्थिति को काबू न किया गया तो मई मध्य तक झील के लिए खतरे की घंटी बज सकती है।
झील नियंत्रण कक्ष प्रभारी रमेश गैड़ा के अनुसार सोमवार को नैनीझील का जलस्तर अपने गेज लेबल से 5 फीट साढ़े दस इंच रिकॉर्ड किया गया। जबकि 2021 में यह सात फीट आठ इंच था। जबकि 2020 में 6 फीट पांच इंच जलस्तर रिकॉर्ड किया गया था। 2019 अप्रैल में झील का जलस्तर तीन फीट सात इंच तक पहुंच गया था। इस कारण झील के डेल्टा निकल आए थे। इतने कम पानी के कारण किनारे पर मछलियां तक मर गई थीं। इस कारण नैनीताल नगर में पेयजल की कटौती शुरू की गई थी।