खाद्य सुरक्षा में नाम जुड़वाने में नागौर सबसे आगे:28 दिन में आए आवेदनों में 6.60 फीसदी नागौर से; 10 लाख यूनिट्स के लिए आए 14.86 लाख परिवारों ने फार्म भरा
जयपुर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा (NFS) में नाम जुड़वाने के लिए नागौर के रहने वाले लोग सबसे आगे है। यही कारण है कि राज्य सरकार ने की ओर से पिछले दिनों मांगे गए ऑनलाइन आवेदन में सबसे ज्यादा फॉर्म नागौर जिले से आए है। वहीं सबसे कम आवेदन प्रतापगढ़ जिले से मिले है। सरकार ने 10 लाख यूनिट्स (एक यूनिट्स यानी एक व्यक्ति) का नाम जोड़ने के लिए यह आवेदन मांगे थे, जिसके लिए पूरे प्रदेश से कुल 14.86 लाख परिवारों ने आवेदन किया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट भाषण में मौजूदा वित्त वर्ष में 10 लाख लोगों के नाम खाद्य सुरक्षा की सूची में जोड़ने की घोषणा की थी। इसके बाद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग 3 से 30 अप्रैल तक NFS में नाम जोड़ने के लिए पोर्टल खोला था। इन 28 दिन के अंदर कुल 14 लाख 86 हजार 195 परिवारों ने आवेदन किया हैं। इन परिवारों में कुल कितने व्यक्ति मैम्बर है इसकी जानकारी तो आवेदन पत्रों की जांच के बाद ही सामने आएगी और आदमियों की संख्या के हिसाब से कुल 10 लाख लोगों के नाम सूची में जोड़े जाएंगे।
नागौर से सबसे ज्यादा आवेदन आए
राज्य में मिले कुल आवेदनों में से 6.60 आवेदन नागौर जिले से मिले है। यहां से कुल 98 हजार 227 लोगों ने आवेदन किए है। इसके बाद दूसरे सबसे ज्यादा आवेदन वाले जिलों की सूची में जयपुर का नंबर है, जहां से कुल 94 हजार 831, जबकि बाड़मेर से 91 हजार 34 आवेदन आए है, जो तीसरे नंबर पर है। वहीं सबसे कम प्रतापगढ़ जिले से 16 हजार 888 आवेदन आए है।
4.34 करोड़ लोगों के नाम जुड़े है सूची में
वर्तमान में राज्य सरकार की खाद्य सुरक्षा सूची में 1.04 करोड़ से ज्यादा परिवार के करीब 4.30 करोड़ लोगों के नाम जुड़े है। केन्द्र सरकार की ओर से राज्य को 4.40 करोड़ लोगों के हिसाब से गेंहू के आवंटन का कोटा निर्धारित है। इसे देखते हुए सरकार ने 10 लाख नये लोगों को सूची में जोड़ने का निर्णय किया है।