हर्बल चाय बनाने का प्रशिक्षण दिया
हर्बल चाय़ में मुख्यतः औषधीय और सुगंधित जड़ी-बुटियों का उपयोग किया जाता है। जिसमे अधिकांश आवश्यकता अनुसार औषधीय जड़ी-बुटियों जैसे सौंठ, काली मिर्च, तुलसी, मुलेठी, लेमनग्रास, अश्वगंधा, हींग एवं काला नमक आदि उपयोग सहीं अनुपात में किया जाता है। हर्बल चाय का उपयोग मुख्यत मधुमेह (डाइबिटीक) रोगियों को ध्यान में रख कर बनाई गयी है। इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. नवनीत, विभागाध्यक्ष, वनस्पति एवं सूक्ष्मजीव विज्ञान ने बताया कि हर्बल चाय सेहत के लिये नुकशानदेह चीनी वाली चाय का एक बेहतर विकल्प ही नहीं बल्कि यह सेहत का खजाना हैं। साथ ही प्रतिभागियों को मल्टीग्रेन आटा भी बनाना सिखाया गया। जिसके मुख्य घटक ज्वार, बाजरा, चना, जौ, जई, मक्का, चौलाई मडुवा आदि का उपयोग सही अनुपात में मिश्रण बनाना सिखाया गया। इस अवसर पर विभाग के सभी शिक्षक डॉ. वीरेंद्र विर्क, डॉ. संदीप कुमार, डॉ. विनित कुमार विश्नाई, डॉ. चिरंजीव बनर्जी, अमरीश कुमार, अरूण कुमार, शिव कुमार, मनोज सिहं, गुरूप्रीत सिह आदि शामिल रहे।