आत्मा के अनुसरण से होता है ऊर्जा का संचार
पौड़ी: ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय के तत्वावधान में मंगलवार को तनावमुक्त प्रशासन विषय पर कार्यशाला आयोजित की। इस दौरान बताया कि आत्मा के अनुसरण से ऊर्जा का लगातार संचार होता है, जिससे तनाव मुक्त रहा जा सकता है।
विकास भवन सभागार में पूर्व आयुक्त (आइएएस) सीताराम मीणा ने कहा कि तनाव से बचने के लिए बेहतर तरीका है कि जो चीजें हमारे क्षेत्राधिकार में हैं, हम उसमें ही बदलाव की कोशिश करें। जो हमारे क्षेत्राधिकार से बाहर की हैं उसमें केवल सिफारिश के अतिरिक्त उसको उसी रूप में स्वीकार किया जाय। उन्होंने कहा कि हम 24 घंटे में कम से कम एक घंटा अपने लिए दें। उस एक घंटे में अपने आपको अकेला करके अपने आपसे बातें करें। इसी को मेडिटेशन (ध्यान) कहते हैं। इससे स्वयं को नियंत्रित कर पाएंगे और मन भटकेगा नहीं। काम में मन लगेगा और कार्य करते समय आंनद मिलेगा। ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय के महरचंद ने कहा कि आज दुनिया की 70 प्रतिशत बीमारियां तनाव से हो रही हैं। दुनिया का कोई भी जीव चिंता नहीं करता, जबकि मनुष्य सबसे ज्यादा बुद्धिजीवी होने के बाद भी चिंता से मरा जा रहा है। ब्रह्मकुमारी विश्व विद्यालय के हरीश कुमार ने कहा कि हम अपने शरीर की देखभाल करना भूल जाते हैं। जिलाधिकारी डा. विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि प्रयास करने वाले और ग्रहण करने वाले के बीच यदि तालमेल होगा तो तनाव नहीं होगा। कुमारी सुमन ने सभी अधिकारियों और कार्मिकों से मेडिटेशन-ध्यान का अभ्यास करवाया। इस मौके पर जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह चौहान, अर्थ एवं संख्याधिकारी राम सलोने, मत्स्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा आदि शामिल थे