कार्यों की समीक्षा:जिला प्रमुख ने योजनाओं व एनएचएम के तहत चल रहे सिविल कार्यों की समीक्षा की
टोंक जिला स्वास्थ्य मिशन की बैठक जिला प्रमुख सरोज बंसल की अध्यक्षता में सोमवार को सीएमएचओ कक्ष में आयोजित हुई। इसमें स्वास्थ्य मिशन के तहत चल रही विभिन्न योजनाओं एवं एनएचएम के तहत चल रहे सिविल कार्यों की समीक्षा की गई।
सीएमएचओ डॉ. अशोककुमार जांगिड़ ने बताया कि नेशनल हेल्थ मिशन ने जिले में संचालित मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना, जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री राजश्री योजना, चिरंजीवी एंबुलेंस सेवा योजना 108, जननी एक्सप्रेस योजना, नवजात शिशु देखभाल इकाई कुपोषण उपचार केंद्र, बीपीएल महिला को राजकीय संस्था पर प्रथम प्रसव कराने पर देय 5 लीटर सरस घी उपहार योजना, स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र योजना, नेशनल आयरन इनीशिएटिव योजना, परिवार नियोजन कार्यक्रम, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समितियों की प्रगति के बारे में जानकारी दी।
सीएएएचओ ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में जननी सुरक्षा योजना के तहत देवली ब्लॉक में 2374,मालपुरा ब्लॉक में 340, निवाई ब्लॉक में 4227, टोडारायसिंह ब्लॉक में 822, टोंक ब्लॉक में 614 उनियारा ब्लॉक में 819, टोंक अर्बन में 8917 जिला प्राइवेट अस्पताल में 1562 डिलीवरी कराई गई। इस प्रकार जिले में 91.09 का लक्ष्य अर्जित किया गया। नेशनल हेल्थ मिशन के तहत सिविल कार्यों की प्रगति की समीक्षा के दौरान अधिशासी अभियंता एनएचएम ने नवीन कार्यों की जानकारी दी। जिसके प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को अनुमोदन के लिए भेजा हुआ है। जिला प्रमुख ने बैठक में कहा कि सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ आम जन को मिलना चाहिए। उन्होंने जिले मे मृत्यु दर बढ़ने के कारणों को जानकर इसे कम करने के प्रयास पर जोर दिया।
सआदत अस्पताल में मरीजों के पूरी उपचार व सुविधा देने के निर्देश दिए। मालपुरा प्रधान सकराम चोपड़ा ने मालपुरा ब्लॉक मे एम्बुलेंस वाहन 104 की सुविधाओं पर असंतोष जताते हुए सुधार लाने को कहा। ककोड़ सरपंच मेडिकल स्टाफ पर्याप्त रूप से लगाने की बात कही। इस पर सीएमएचओ ने आगामी जून में मांग के अनुसार अनुबंध पर पर्याप्त स्टाफ लगाने की व्यवस्था किए जाने पर जोर दिया। बैठक में उनियारा प्रधान फूल बाई मीना, आवां सरपंच द्विव्याशं भारद्वाज, रामविलास गुर्जर, कैलाश चंद्र शर्मा आदि मौजूद रहे।