Mon. Jun 16th, 2025

आईआईटी और हैस्को हिमालयी विकास पर मिलकर करेंगे काम

आईआईटी रुड़की और हिमालयी पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण संगठन (हैस्को) ने प्रशिक्षण, शिक्षा, अनुसंधान और तैनाती में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। दोनों संस्थान शिक्षण, प्रशिक्षण, अनुसंधान और अन्य सहमत गतिविधियों में भाग ले सकते हैं। यह समझौता ग्रामीण बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने और ग्रामीण समुदायों की आजीविका बढ़ाने, प्रशिक्षण और हिमालयी सतत विकास पर कार्यशालाओं के लिए विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी वित्त पोषण संगठनों के प्रस्ताव के तहत रिसर्च और डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स को संयुक्त रूप से प्रस्तुत करने की रूपरेखा तैयार करता है।

हैस्सो के संस्थापक डॉ. अनिल जोशी अपनी टीम के साथ पिछले 35 वर्षो से गांवों से प्रेरणा लेकर उनकी समस्याओं का समाधान तैयार कर रहे है। डॉ. अनिल जोशी ने कहा कि आईआईटी रुड़की के साथ जुड़ने के लिए इच्छुक और सकारात्मक है। सामाजिक-आर्थिक स्वतंत्रता के लिए सामुदायिक संगठन को सशक्त बनाने के लिए हैस्को की ओर से आईआईटी रुड़की से उत्पन्न ज्ञान का संचार किया जाएगा। यह एक अनुकरणीय समझौता होगा जो हिमालयी ग्रामीण समुदायों के लिए कृषि, पानी और स्वच्छता और ऊर्जा जैसी विभिन्न समुदाय की जरूरी टेक्नोलॉजी के लिए पार्टिसिपेटरी रिसर्च विकसित करने में मदद करेगा। आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजीत के चतुर्वेदी ने कहा कि आईआईटी रुड़की और हैस्को के बीच प्रस्तावित सहयोग हिमालयी क्षेत्र में ग्रामीण समुदायों की सतत प्रगति के लिए जल संसाधनों के बेहतर प्रबंधन और कृषि के लक्षित विकास को बढ़ावा देगा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *