व्यक्तिगत खिताब नहीं जीत पाया तो भी मलाल नहीं : प्रणय
इसी हफ्ते जकार्ता में शुरू हुए इंडोनेशिया ओपन से अपना नाम वापस लेने वाले एचएस प्रणय ने कहा कि वह देश के लिए खिताब जीतने को व्यक्तिगत उपलब्धि से ज्यादा अहम मानते हैं। भारतीय स्टार ने पिछले पांच साल से कोई भी व्यक्तिगत खिताब नहीं जीता है। भारत के स्टार खिलाड़ियों में शामिल इस खिलाड़ी देश को बड़े टूर्नामेंट में पदक की उम्मीद होती है।
पांच साल के व्यक्तिगत खिताब के सूखे को खत्म करने की उम्मीद लगाए बैठे एचएस प्रणय ने कहा कि अगर वह ऐसा नहीं भी कर पाते तो उन्हें कोई मलाल नहीं होगा क्योंकि अब उनके पास थामस कप बैडमिंटन टूर्नामेंट का स्वर्ण पदक है। प्रणय भारतीय बैडमिंटन में जाइंट किलर के नाम से मशहूर हैं और वह अपने करियर के दौरान ली चोंग वेई, लिन डैन, चेन लोंग और विक्टर एक्सेलसन जैसे दिग्गज खिलाडि़यों को हरा चुके हैं। प्रणय हालांकि 2018 में करियर की सर्वश्रेष्ठ आठवीं रैंकिंग हासिल करने के बावजूद 2017 में अमेरिकी ओपन ग्रांप्रि स्वर्ण जीतने के बाद कोई खिताब नहीं जीत पाए हैं।
प्रणय ने कहा, ‘कुछ असाधारण खिलाड़ी हैं जो लगातार जीत दर्ज कर रहे हैं लेकिन अन्य खिलाड़ी भी हैं जिनमें क्षमता है और उन्होंने बड़े खिलाड़ियों के खिलाफ जीत दर्ज की है लेकिन कभी कुछ बहुत बड़ा नहीं जीत पाए। मैं इस वर्ग में आता हूं। मुझे पता है कि मैंने कोई बहुत बड़ी सफलता हासिल नहीं की है। शायद ऐसा होने वाला हो, जब ऐसा होना होगा तो होगा लेकिन अगर ऐसा नहीं भी होता है तो भी कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि आपको पता है कि आप प्रयास कर रहे हैं। मुझे लगता है कि मैं खुशकिस्मत था कि मैं थामस कप की टीम में शामिल