महिला एकल का फाइनल आज, ओंस जेबुर और एलीना रिबाकीना में टक्कर, विंबलडन को मिलेगी नई चैंपियन
महिला एकल में विंबलडन को शनिवार को नई चैंपियन मिलेगी। ओंस जेबुर जीतें या फिर एलीना रिबाकीना। विश्व की नंबर तीन ओंस जेबुर और 23वें नंबर की एलीना रिबाकीना अपने-अपने देश की पहली खिलाड़ी हैं, जो किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में पहुंची हैं।
ट्यूनीशिया की 27 वर्षीय जेबुर अरब और अफ्रीकी देशों की पहली महिला बनी हैं, जिन्होंने फाइनल में जगह बनाई है। सोशल मीडिया पर उनके देश में प्रशंसा की जा रही है। फाइनल में पहुंचने पर तीसरी वरीय जेबुर ने कहा कि वह कई पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनना चाहती हैं। ट्यूनीशिया अरब दुनिया और अफ्रीकी महाद्वीप से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि वह अपने देश से अधिक से अधिक खिलाड़ी देखना चाहती हैं लेकिन यूरोप या अन्य देशों की तरह नहीं।
रिबाकीना ने 2019 में जेबुअर को हराया था
23 वर्षीय रिबाकीना ने भी कजाखस्तान के लिए नई लकीर खींची है। 17वीं वरीय रिबाकीना ने 2019 में वुहान में जेबुर को हराया था। वहीं पिछले साल जेबुर ने रिबाकीना से हिसाब बराबर किया। दोनों ही मैच तीन सेट तक चले। रिबाकीना ने कहा कि वह जेबुर से पहली पर 2018 में शिकागो में मिली थीं। दोनों वहां डब्ल्यूटीए 125के में खेली थीं। उन्होंने कहा कि जेबुर ने उस समय क्लब ढूंढने में हमारी मदद की थी। रिबाकीना ने कहा कि यह सब हमारी आंखों के सामने हो रहा है और आप एक इतिहास बना रहे हैं।
रिबाकीना का मजबूत पक्ष
एलीना रिबाकीना अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के लिए गंभीर हैं। सेमीफाइनल में 2019 की विंबलडन चैंपियन सिमोना हालेप को सीधे सेटों में 6-3, 6-3 से हराया। फाइनल में ओंस के खिलाफ यह जीत उनको आत्मविश्वास देगी। उनकी एस 121 मील प्रति घंटे की रफ्तार से थी। मैच में पांचवीं और टूर्नामेंट में यह 49वीं एस थी। इस साल वह 217 एस लगा चुकी हैं।
सेमीफाइनल में हारने के बाद हालेप ने कहा कि रिबाकीना बहुत अच्छा खेल रही हैं। उन्होंने कहा कि तीन साल पहले जब फाइनल में सेरेना विलियम्स को हराया, उससे भी अच्छा रिबाकीना ने खेला। हालेप ने उल्लेख किया कि वह विंबलडन में लगातार 12 मैच और 21 सेट जीतकर आई थीं। एलीना ने कहा, फाइनल को लेकर निश्चित ही हर कोई नर्वस होता है, लेकिन वह मजबूत मानसिकता के साथ इस चुनौती को स्वीकारेंगी।
रिबाकीना यदि यह खिताब जीतती हैं तो 2011 में पहली बार चैंपियन बनीं पेत्रा क्वितोवा के बाद दूसरी सबसे कम उम्र की खिलाड़ी होंगी, जिसने विंबलडन खिताब जीता है। 2015 में स्पेन की गार्बिन मुगुरुजा विंबलडन के फाइनल में पहुंचने वाली सबसे युवा खिलाड़ी थीं। रिबाकीना से जेबुर की उम्र चार साल अधिक है। रिबाकीना का शीर्ष 20 खिलाड़ियों के खिलाफ फाइनल में 14वां मैच होगा।