सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय एक और नवीन शुरुआत हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय देहरादून के साथ मिलकर करने जा रहा है। भविष्य में एमएसडब्ल्यू, मनोविज्ञान, जंतु विज्ञान, योग के विद्यार्थी चिकित्सकों के साथ मानसिक अवसाद से पीड़ित रोगियों की काउंसिलिंग, समुदाय के बीच जाकर जागरूकता अभियान का संचालन आदि कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोग मानसिक अवसाद से ग्रसित हो रहे हैं। ऐसे में हमारे मनोविज्ञान, योग के विद्यार्थी मानसिक अवसाद को लेकर चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के साथ समुदायों के मध्य जाकर कार्य करें तो यह बेहतर शुरुआत होगी।
उन्होंने कहा कि मास्टर इन सोशल वर्क (एमएसडब्ल्यू) के विद्यार्थियों की चिकित्सा क्षेत्र में बहुत मांग है। भविष्य में सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के एमएसडब्ल्यू के विद्यार्थी चिकित्सा क्षेत्र में कार्य कर सकते हैं। जंतु विज्ञान विभाग के विद्यार्थी मेडिकल बायोलॉजी को समझ सकते हैं। दोनों संस्थानों के सदस्य समुदाय के बीच जाकर राष्ट्रीय मिशन संबंधी जानकारी एकत्र करने, जनता को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने आदि के लिए मिलकर कार्य कर सकते हैं।
प्रो. भंडारी ने हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय देहरादून के कुलपति प्रो. हेम चंद्र पांडे, अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय देहरादून के कुलपति प्रो. हेम चंद्र पांडे ने कहा कि दोनों संस्थान मिलकर भविष्य में बेहतर काम करेंगे। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय की ओर से भविष्य में कार्य करने के लिए जो प्रपोजल आएगा, हम उनको लेकर मिलकर कार्य करेंगे। इस मौके पर डॉ. मुकेश सामंत, विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुधीर बूढ़ाकोटी, विश्वविद्यालय के विशेष कार्याधिकारी डॉ. देवेंद्र सिंह बिष्ट, अधिष्ठाता छात्र कल्याण और समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. इला साह, मनोविज्ञान विभाग विभागाध्यक्ष प्रो. मधुलता नयाल, डॉ. मुकेश सामंत, डॉ. प्रीति टम्टा, विश्वविद्यालय क्रीड़ा प्रभारी लियाकत अली, विश्वविद्यालय मीडिया प्रभारी डॉ. ललित जोशी आदि मौजूद थे।