शिक्षक सटीक अंग्रेजी सीखाने में छात्रों की मदद करें
ब्लॉक क्षेत्र के राजकीय इंटर कॉलेज हरबर्टपुर और राजकीय इंटर कॉलेज डाकपत्थर में चल रहे विद्या सेतु प्रशिक्षण के तहत शुक्रवार को जूनियर हाईस्कूल और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को कोविड काल में हुए शिक्षण के नुकसान की भरपाई का प्रशिक्षण दिया गया। अंग्रेजी, हिंदी, विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान विषय शिक्षकों को बताया गया कि शिक्षा विभाग की ओर से प्रत्येक कक्षा में पाठ्यक्रम को कम किया गया है। अब पिछली कक्षाओं के पाठ्यक्रम का प्रारंभिक ज्ञान भी छात्रों को मिल सके।
अंग्रेजी भाषा विषय का प्रशिक्षण देते हुए मास्टर ट्रेनर बलविंदर कौर ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अंग्रेजी भाषा के शिक्षण में कई परेशानी आती है। भाषा शिक्षण की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी शिक्षक हैं। छात्र और शिक्षक के बीच सीखने की प्रक्रिया को लेकर समन्वय और छात्र तक ज्ञान का संप्रेषण भाषा शिक्षण की महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। बताया कि अक्सर अंग्रेजी के वादन में छात्रों का व्यवहार अन्य वादनों की अपेक्षा असंयमित होता है। इसका प्रमुख कारण अंग्रेजी के प्रति लगाव न होना और अंग्रेजी सीखने के प्रति अरुचि है। जबकि स्कूल से बाहर भी छात्र हर दिन अंग्रेजी के संपर्क में रहते हैं। लिहाजा छात्रों का ध्यान स्थानीय क्षेत्र में प्रयुक्त की जाने वाली अंग्रेजी की ओर आर्किषत करके सही और सटीक अंग्रेजी सीखने में उनकी मदद कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि पाठ्यक्रम को कम किए जाने बाद अब छात्रों की अलग-अलग श्रेणी बनाकर प्रारंभिक ज्ञान के आधार पर शिक्षण किया जाना है। उन्होंने अंग्रेजी शिक्षण को सरल बनाने के लिए बताया कि अंग्रेजी के उपयोग वाले विज्ञापनों को कक्षा में बोलने और लिखने की गतिविधियों के लिए प्रोत्साहक के रूप में काम में लाया जा सकता है। कक्षा में विज्ञापन में प्रयुक्त भाषा पर चर्चा कर सकते हैं। विज्ञापनों में प्रयुक्त भाषा का विश्लेषण कर छात्रों द्वारा विवेचनात्मक विचार करने के कौशल का विकास करने में भी मदद कर सकते हैं। प्रशिक्षण के तहत शिक्षकों को उच्चारण की शुद्धता व संकेतों का ध्यान रखने की सलाह दी गई। इस दौरान राजपाल यादव, सरदार हरजिंदर सिंह, हुकम सिंह चौधरी, अजय सैनी, संतराम जिनाटा, नीमा नौटियाल, रानू सोलंकी, अभा पंत आदि मौजूद रहे।