रोजगार योजना:परिषद को 2700 लोगों को देना है काम, लेकिन 1800 के ही बने हैं जॉब कार्ड
करौली जिले में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना के तहत नगर परिषद करौली में सफाई, तालाब व नदियों मे मिट्टी निकालने, वृक्षारोपण, पेड़ों का पानी देने, होर्डिग्स बैनर हटाने सहित दर्जनों कामों के लिए 2700 लोगों को रोजगार दिया जाना है। इस योजना की लौचिंग 9 सितम्बर को हो जाएगी लेकिन नगर परिषद में कब तक इस योजना को लेकर कोई खासी तैयारी नजर नहीं आई है। इसे लेकर रविवार को नगर परिषद के कार्यवाहक आयुक्त एवं एसडीएम करौली अमित वर्मा ने पार्षदों की साधारण बैठक बुलाई और पार्षदों से अधिक से अधिक संख्या में ज़रुरतमंद व बेरोजगारों को इस योजना से जोड़ने के लिए आग्रह किया है।
पार्षदों ने इस मामले में खासी रुचि तक नहीं दिखाई और महज 22 पार्षदों की उपस्थिति में बैठक संपन्न हो गई। नगर परिषद करौली में 1800 से अधिक लोगों ने अपने जॉब कार्ड तो बनवा लिए लेकिन महज 40 लोगों ने ही काम के लिए डिमांड की है। करौली मुख्यालय पर लोगों का जुड़ाव नहीं होने व योजना की विफलता का श्रेय पार्षदों ने निवर्तमान आयुक्त नरसी लाल मीना को दे दिया है तो सरकार योजना को प्रभावी तरीके से लागू करवाने और क्षेत्र के अधिक से अधिक लोगों को लाभ देने के उद्देश्य से कार्यवाहक आयुक्त एवं एसडीएम अमित वर्मा ने तत्काल पार्षदों की साधारण बैठक रविवार को बुलाई।