कालसी में शिक्षकों और लोक कलाकारों को सम्मानित किया गया
कालसी सभागार में आयोजित समारोह में उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन करने वाले 80 शिक्षकों और 15 लोक कलाकारों को सम्मानित किया गया।
स्किल डेवलपमेंट फाउंडेशन की ओर से कालसी ब्लॉक सभागार में शिक्षकों और लोक कलाकारों के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया।फाउंडेशन के डायरेक्टर सुदेश तोमर ने कहा कि जौनसार बावर क्षेत्र के दुर्गम विद्यालयों में विषम भौगोलिक परिस्थितियों में अपनी सेवा दे रहे शिक्षक एक तरह की तपस्या कर रहे हैं। कई शिक्षक विद्यालयों में छात्रों को पढ़ाने के साथ ही समाज में फैली कुरीतियों को मिटाने में भी अपना योगदान दे रहे हैं। ऐसे सभी शिक्षकों को उनकी सेवा के लिए सम्मान देना समाज के हर नागरिक का दायित्व है, जिससे विषम परिस्थितियों में भी शिक्षकों का मनोबल बना रहे। उन्होंने कहा कि समाज को शिक्षा देना ही सबसे बड़ा धर्म है। इसके साथ ही स्थानीय लोक कलाकार अभावों में जीते हुए भी अपनी लोक कला और लोक संस्कृति की विरासत को बचाए रखने के लिए हर सभंव प्रयास कर रहे हैं। सरकारी तौर पर लोक कलाकारों को किसी भी तरह की सुविधा और संसाधन मुहैया नहीं कराए जा रहे हैं। बावजूद इसके कुछ लोग लोक संस्कृति को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। गुमनामी के दौर में जी रहे ऐसे लोक कलाकारों को दुनिया और समाज के सामने लाना हम सबका दायित्व है, जिससे के लोक संस्कृति का संरक्षण हो सके। इस दौरान लोक गायक शांति वर्मा तन्हा, जीत सिंह चौहान, राजेंद्र सिंह बिष्ट, भोपाल सिंह चौहान, दक्ष चौहान, भीम सिंह, देवेंद्र रावत, दिनेश भट्ट, चतर सिंह तोमर आदि मौजूद रहे