विकास को लेकर आईएमएम ने शुरु किया लर्निंग एजुकेशन प्रोग्राम
काशीपुर। उत्तराखंड राज्य में विकास संबंधी चुनौतियों से पार पाने और स्थानीय लोगों की सेवा के मकसद से भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) ने अनुभवात्मक शिक्षा की पहल की है।
आईआईएम केे प्रोफेसर विवेक राय ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत विद्यार्थी सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर लोकल संगठनों के साथ मिलकर काम करते हैं। छात्रों को व्यावसायिक समस्याओं का निवारण अनुभवों के आधार पर सिखाते हैं। समुदायों को प्रबंधन विशेषज्ञता का लाभ मिलता है। यह पहल ईएल अध्यक्ष प्रोफेसर विवेक रॉय, प्रोफेसर वैभव भमोरिया, प्रोफेसर कुमकुम भारती और प्रोफेसर अभिषेक श्रीवास्तव ने की है। इस तरह की पहल आईआईएम काशीपुर को दूसरे आईआईएम संस्थानों से अलग करती है।
संपूर्ण ईएल फ्लैगशिप एमबीए प्रोग्राम सभी के लिए जरूरी है। पहले वर्ष में एक परिचयात्मक पाठ्यक्रम के बाद छात्र दूूसरे वर्ष में परियोजनाओं को लेते हैं। कार्य सूची को सतत व्यावसायिक व्यवहार, ग्रामीण क्षमता को अनलॉक करना और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम के कार्य क्षेत्र में विभाजित किया गया है।
महामारी के समय में भी पिछले साल के बैच ने संगठनों की मदद से बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। अब तक 55 संगठनों ने ईएल के साथ भागीदारी की है। वर्ष 2023 के मौजूदा बैच के लिए 62 परियोजनाओं की पेशकश की गई है। इसमें साझेदार संगठन छोटे व्यवसाय, गैर सरकारी संगठन, बड़े निगम और सरकारी उद्यम तक शामिल हैं। मौजूदा समय में ईएल के भागीदार सेंट्रल हिमालयन इंस्टीट्यूट फॉर नेचर एंड एप्लाइड रिसर्च (चिनार), माउंट वैली डेवलपमेंट एसो., डेवलपमेंट एंड फैसिलिटेशन ऑफिस, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) व गांधी फेलोशिप आदि एक साथ काम कर रहे हैं