कार्यशाला की सीख को छात्रों तक पहुंचाएं: प्राचार्य डंडरियाल
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में उच्च माध्यमिक भौतिक विज्ञान शिक्षण में पाठ्यक्रम आधारित गतिविधियों का समावेशन विषय पर पांच दिवसीय राज्य स्तरीय भौतिक विज्ञान कार्यशाला का शुभारंभ प्राचार्य राजेंद्र प्रसाद डंडरियाल ने किया। कार्यशाला में तत्परता से प्रतिभाग करने की अपील करते हुए कहा कि छात्रों तक कार्यशाल का लाभ पहुंचायें।
कार्यशाला के दूसरे दिन प्राचार्य डंडरियाल ने बताया कि डायट नई टिहरी को एससीईआरटी उत्तराखण्ड ने राज्य स्तर पर भौतिक विज्ञान उत्कृष्टता संसाधन केंद्र बनाया गया है। कार्यशाला 24 सितंबर तक चलेगी। जिसमें राज्य के सभी जनपदों से भौतिक विज्ञान के दो-दो प्रवक्ताओं द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। प्राचार्य ने सभी प्रतिभागियों को कार्यशाला में पूर्ण मनोयोग के साथ भौतिक विज्ञान की गतिविधियों को सीखने तथा छात्रों तक पहुंचाने का आह्वान किया। कार्यशाला में भौतिक विज्ञान पाठ्यक्रम के अंतर्गत चिह्नित कठिन सम्बोधों पर चर्चा, कठिन सम्बोधों का प्रायोगिक प्रदर्शन तथा नवाचारी शिक्षण अधिगम कौशल व गतिविधियों को साझा किया जायेगा।
कार्यशाला में थर्मोडायनेमिक्स लॉ इन फिजिक्स कैपेसिटी एण्ड डाइ-इलेक्ट्रिक, एक्टिविटी इन रेडिएशन, एक्सिपीरिमेंटल एपरोच इन स्कूल लैबोरेटरी, रोल ऑफ फिजिक्स इन इलेक्ट्रोस्टेटिक एण्ड मैगनेटिक इफैक्ट, मैगनेटिक इफैक्ट ऑफ करंट, मैकेनिकल प्रॉपर्टी ऑफ सॉलिड तथा प्रमोशन ऑफ कन्सेप्चुअल एजुकेशन इन फिजिक्स आदि सम्बोधों पर गहन चर्चा की। इस मौके पर यूपी के एनएसआई कालेज ब्रिजेश दीक्षित, डाप्लफिन इंस्टीट्यूट देहरादून के डा आशीष रतूड़ी, डीएवी पब्लिक स्कूल देहरादून के रोहित शर्मा, हाईड्रोइंजीनियरिंग कालेज के नितिन गुप्ता व रमना त्रिपाठी और अजीम प्रेम जी फांउडेशन के राकेश पाण्डेय ने अपने विचार रखे। इस मौके पर कार्यक्रम समन्वयक मनवीर सिंह नेगी, मीनाक्षी त्यागी, डा वीर सिंह रावत, डा हेमचंद्र जोशी, डा धरेंद्र लिंगवाल, प्रयण बहुगुणा, डा राजीव जोशी, सवित जनोटी, गोविंद धपोला, डा संध्या, पंकज विजल्वाण, धीरज डोभाल, कांता भंडारी, रेखा रावत, जितेंद्र सिंह राणा, सुधीर चंद्र नौटियाल आदि मौजूद रहे।