उत्तराखंड के चार मेडिकल कालेजों के डाक्टर बनेंगे अधिकारी, मांगा गया आवेदन

हल्द्वानी : प्रभारी के भरोसे चल रहा चिकित्सा शिक्षा विभाग में एक बार फिर निदेशालय में प्रभारी बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। राज्य के चार सरकारी मेडिकल कालेजों के डाक्टरों को अधिकारी बनाया जाएगा। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा निदेशक प्रो. आशुतोष सयाना ने सभी प्राचार्यों को पत्र भेजकर आवेदन करवाने के लिए निर्देशित किया है।
चिकित्सा शिक्षा विभाग में पिछले 10 वर्ष से प्रभारी निदेशक के साथ ही संयुक्त निदेशक, उप निदेशक व अपर निदेशक के पद रिक्त हैं। इसकी वजह से कामकाज प्रभावित हो रहा है। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा निदेशक प्रो. आशुतोष सयाना ने 17 नवंबर को हल्द्वानी, अल्मोड़ा, श्रीनगर के अतिरिक्त दून के प्रार्चायों को पत्र लिखकर कहा है कि इच्छुक डाक्टर निर्धारित पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। हल्द्वानी व अल्मोड़ा कालेज से करीब छह डाक्टरों ने आवेदन भी कर लिया है
राजकीय मेडिकल कालेजों में डाक्टरों की संख्या कम है। हल्द्वानी में ही 40 प्रतिशत डाक्टर कम हैं। अगर इस कालेज से डाक्टरों को निदेशालय में अधिकारी बनाया जाता है तो नेशनल मेडिकल कमीशन के मानकों के अनुसार डाक्टरों की संख्या और कम हो जाएगी। यही स्थिति राज्य के अन्य मेडिकल कलोजों की भी है।
यह है पदों की स्थिति
पद संख्या
संयुक्त निदेशक 2
अपर निदेशक 2
उपनिदेशक 3
चिकित्सकों की कमी के कारण उत्तराखंड में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं ध्वास्त हैं। कुमाऊं के सबसे बड़े सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के राज्य के साथ ही उत्तर प्रदेश तक से मरीज पहुंचते हैं। अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी रहती है, बावजूद इसके चिकित्सकों की संख्या बढ़ने की बजाए दूसरी जगह समयोजित किया जा रहा है