ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के 91 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण, 91 को रजत व 86 को मिला कांस्य पदक

देहरादून : ग्राफिक एरा हिल विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षा समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने विवि के वर्ष 2020, 2021 और 2022 के 91 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक, 91 को रजत व 86 छात्रों को कांस्य पदक प्रदान किए। इनके अलावा तीन वर्ष के 6815 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई। इस अवसर पर लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी व फिल्म अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी को डीलिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल हुए उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने विवि की सराहना की।
विवि के केंद्रीय सभागार में सोमवार को आयोजित दीक्षा समारोह में वर्ष 2022 की चित्रा पांडेय, चिराग, मुकुल पांडेय, हर्षित जोशी, मिनल गडिया व स्वाति जोशी समेत 34, वर्ष 2021 के प्रज्ञा परमार, कीर्ति नैनवाल, पारस मेहता, उर्वशी चौहान और पलक चांदना समेत 28 और वर्ष 2020 की हर्षलीन कौर सेठी, आयुषि जैन, अक्षता पांडेय, मल्लिका जोशी और गरिमा पांडेय समेत 30 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए।
राज्यपाल ने स्कालर्स डा. हिमानी बिंजोला व डा. ताहा सिद्दीकी को पत्रकारिता, डा. पंकज अग्रवाल को मैनेजमेंट और जसप्रीत कौर को अंग्रेजी में पीएचडी की उपाधि प्रदान की। गोल्ड मेडल प्राप्त करने वालों में 57 छात्राएं और 34 छात्र शामिल रहे। गोल्ड, सिल्वर व ब्रांज के कुल 208 मेडलिस्ट में से 116 मेडल छात्राओं के नाम रहे।
इस मौके पर ग्राफिक एरा ग्रुप के मुख्य संरक्षक आरसी घनशाला, ग्राफिक एरा एजुकेशनल सोसायटी की अध्यक्ष लक्ष्मी घनशाला, ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय के चांसलर डा. आरसी जोशी, कुलपति डा. संजय जसोला, गवर्निंग बाडी के सदस्य वरिष्ठ पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट, डा. आरएन सचदेवा, सेवानिवृत्त आइएएस अल्का सिरोही, मैनेजमेंट बोर्ड के सदस्य डा. सुभाष गुप्ता, डा. ज्योति छाबड़ा, एकेडमिक काउंसिल के प्रो. एक्यू.अंसारी, कुलसचिव डा. अरविंद धर आदि मौजूद रहे
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने कहा कि स्वर्ण पदक पाने वाले छात्र-छात्राएं भविष्य के लीडर हैं। उन्हें लीडर की तरह सोचना शुरू करना चाहिए। डिग्री और मेडल पाने वालों पर देश का गौरव बढ़ाने की जिम्मेदारी है। राज्यपाल ने कहा कि डा. कमल घनशाला ने जिस तरह कंप्यूटर साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और नई खोज के माध्यम से ग्राफिक एरा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है, यह सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि ग्राफिक शब्द उन्हें बहुत प्रभावित करता है, क्योंकि इसमें ग्राफ आता है और ग्राफ तो लगातार ऊंचा उठते रहना चाहिए। एक कंप्यूटर सेंटर खोलकर डा. कमल घनशाला ने पहला कदम उठाया और उसके बाद लगातार आगे बढ़ते रहे। करीब सात हजार छात्र-छात्राओं को डिग्री देना छोटी बात नहीं है। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के देश को विकसित बनाने के आह्वान का जिक्र किया। कहा कि जिस दिशा में युवा जा रहे हैं, कोई देश की प्रगति और विकसित होने से नहीं रोक सकता। आज पदक पाने वालों में जो उत्साह और क्षमता दिखाई दी, उससे साफ है कि कोई देश को विकसित होने से नहीं रोक सकता। आने वाले 25 वर्षों में भारत सबसे अधिक युवाओं वाला देश होगा। यही प्रतिभाशाली युवा पीढ़ी परिवर्तन की सूत्रधार होगी। यही सबसे बड़े कर्मयोगी होंगे। वर्ष 2030 तक देश में 14 करोड़ लोग स्नातक पास होंगे