डीएम ने चौपाल में सुनी ग्रामीणों की समस्याएं
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अगस्त्यमुनि विकासखंड के बरसूड़ी गांव पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। ग्रामीणों ने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से डीएम को अवगत कराया। मनरेगा संबंधित कार्यों में हुई लापरवाही पर नाराजगी जाहिर करते हुए ग्राम विकास अधिकारी का स्पष्टीकरण मांगा। चौपाल में मिली शिकायतों के आधार पर डीएम ने क्षेत्र के रोजगार सहायक का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकने के आदेश दिए।
बच्छणस्यूं क्षेत्र के बरसूड़ी गांव में आयोजित चौपाल में ग्रामीणों ने अपनी-अपनी समस्याएं बताईं। इसमें तीस शिकायतें दर्ज की गईं। प्रधान पीपली सुनीता देवी ने बताया कि गांव में खेल मैदान के विस्तार के लिए मुख्यमंत्री की घोषणा पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। उन्होंने पीएम आवास योजना के तहत मकान स्वीकृत कराने, क्षतिग्रस्त गूल की मरम्मत करवाने की मांग की। बणसों के प्रधान ने गांव में बिजली के पुराने तारों की मरम्मत व प्राथमिक विद्यालय भराणसैण के रसोई घर एवं स्कूल की दीवारों की मरम्मत करने की मांग की। बणगांव प्रधान रोशनी देवी ने आबादी क्षेत्र में ग्रामीणों के घरों के उपर से गुजर रही बिजली की तारों की मरम्मत करने एवं संवेदनशील जगहों से तारें हटवाने तथा संकरेड़ी-बरसूड़ी-जीआईसी मोटर मार्ग के चलते क्षतिग्रस्त खेत मालिकों को मुआवजा देने की मांग की। कनिष्ठ प्रमुख शशि नेगी ने क्षेत्र में सड़क को गड्ढा मुक्त करने, स्कूलों में शिक्षकों की कमी पूरी करने, बिजली-पानी की नियमित आपूर्ति करने समेत अन्य मांगें जिलाधिकारी के समक्ष रखीं। साथ ही आधार कार्ड के लिए शिविर की मांग की। शिकायतें सुनने के बाद डीएम मयूर दीक्षित ने पीएम आवास योजना संबंधित शिकायतों के निस्तारण के लिए बीडीओ को निर्देश दिए।
डीएम ने किया जीआईसी बरसूडी का निरीक्षण
डीएम मयूर दीक्षित ने जीआईसी बरसूड़ी का निरीक्षण करते हुए विद्यालय में छात्रों की संख्या, शिक्षकों की संख्या उपस्थिति एवं अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। प्रधानाचार्य एसएल धीमान ने विद्यालय में अंग्रेजी, हिंदी, गणित, अर्थशास्त्र, रसायन विज्ञान के प्रवक्ता पद एवं विज्ञान और अंग्रेजी में सहायक अध्यापक पदों पर नियुक्ति के लिए उचित कार्रवाई करने की मांग की। डीएम ने मैदान एवं सुरक्षा दीवार के कार्य मनरेगा के माध्यम से संपन्न करवाने के आदेश संबंधित अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों को दिए। वहीं प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने शिक्षकों एवं भोजनमाता से बातचीत कर छात्रों की संख्या एवं उपस्थिति की जानकारी ली। उन्होंने रसोई घर में चावल, दाल एवं मसालों की गुणवत्ता की जांच करने के साथ ही प्रधानाध्यापक को एमडीएम में खाने की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने एवं पौष्टिक आहार देने के निर्देश दिए