लुंबिनी प्रदेश में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं
सिद्धार्थनगर। पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में हाल ही में संपन्न हुए आम चुनाव में सीमावर्ती लुंबिनी प्रदेश में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। जिसके कारण प्रांतीय सरकार के गठन को लेकर सत्ताधारी कांग्रेस गठबंधन सहित सीपीएन-यूएमएल गठबंधन में खींचतान शुरु हो गई है। दोनों गठबंधन प्रदेश में अपने सरकार के गठन को लेकर गणित में जुटी हुई हैं।
भारतीय जिले सिद्धार्थनगर, बलरामपुर सहित महारागंज के सीमावर्ती लुंबिनी प्रदेश के तराई व पहाड़ी क्षेत्रों में 6-6 जिलों को मिलाकर कुल 12 जिले हैं। प्रदेश की प्रांतीय विधानसभा में कुल 87 सदस्य हैं। 87 सदस्यीय प्रांतीय विधानसभा में प्रत्यक्ष पक्ष के 52 और समानुपातिक पक्ष के 35 सदस्यों का चुनाव परिणाम हाल ही में घोषित हुआ है। लुंबिनी प्रदेश में सरकार गठन के लिए प्रत्यक्ष पक्ष और समानुपातिक पक्ष को मिलाकर कम से कम 44 विधानसभा सदस्यों की जरूरत है। हाल ही में संपन्न हुए आम चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस सहित सीपीएन-यूएमएल को बहुमत नहीं मिला है। यहां तक कि उक्त दोनों दलों के अगुवाई वाला गठबंधन भी बहुमत से दूर है। आम चुनाव में सीपीएन-यूएमएल प्रत्यक्ष में सबसे ज्यादा 18 सीटें और समानुपातिक में सबसे ज्यादा वोट पाकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है। सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस ने 17 सीटें सहित गठबंधन में उसके सहयोगी माओवादी केंद्र ने 5 सीटें, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी ने 2 सीटें सहित कुल 24 सीटें जीती हैं। वहीं दूसरी तरफ सीपीएन-यूएमएल ने 18 सीट, उसके सहयोगी जनता समाजवादी पार्टी ने 2 और राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी ने 2 सीट सहित कुल 22 सीटों पर जीत दर्ज की है। नई पार्टी के रूप में उभरी नागरिक उन्मुक्ति पार्टी ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है और सीके राउत वाली जनमत पार्टी ने एक सीट जीती है। निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में उतरे माओवादी केंद्र के तीन बागी भी चुनाव जीते हैं।
• समानुपातिकता सीटों के नतीजे आने के बाद स्पष्ट होगी।स्थिति
अभी तक समानुपातिकता का अंतिम नतीजा नहीं निकला है, इसलिए यह तय करना मुश्किल है कि किसके नेतृत्व में सरकार बनेगी। समानुपातिकता सीटों के नतीजे आने के बाद दोनों गठबंधनों को बहुमत ना मिल पाने की स्थिति में दोनों को नागरिक उन्मुक्ति पार्टी, जनमत पार्टी और 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल कर सरकार बनाने की जुगत शुरू होगी। लुंबिनी प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर सीपीएन-यूएमएल और नेपाली कांग्रेस आंतरिक होमवर्क कर रही हैं। सीपीएन-यूएमएल से मुख्यमंत्री के दावेदार व पोलित ब्यूरो सदस्य लीला गिरी ने बताया कि सीपीएन-यूएमएल के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनेगी। उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी के संसदीय दल की बैठक होने और पार्टी के नेता के चयन के बाद सरकार गठन की प्रक्रिया शुरु होगी। वहीं नेपाली कांग्रेस से मुख्यमंत्री के दावेदार रूपनदेही 1 (2) से चुने गए अब्दुल रज्जाक गद्दी ने दावा किया कि मौजूदा सत्तारूढ़ गठबंधन बहुमत हासिल करेगा और अपनी सरकार बनाएगा। राजनीतिक विश्लेषक और जसपा नेता मणिकर कार्की ने बताया कि राज्य विधानसभा में नए दलों के उभरने के साथ यह निश्चित है कि राज्य सरकार अधिक बदसूरत, मैला और अस्थिर हो जाएगी।