देश में कोरोना का खतरा:केंद्र का राज्यों को निर्देश- ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी न हो; वेंटिलेटर दुरुस्त रखें
देश में कोरोना के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट पर है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों को लेटर भेजा है। इसमें लिखा है कि देश में कोरोना की रफ्तार धीमी है, लेकिन हमें आने वाली चुनौती के लिए पहले से ही तैयार रहना चाहिए। मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि ध्यान रखें कि ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी न आए। साथ ही वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सप्लाई की मशीनें दुरुस्त रखी जाएं।
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि चीन, जापान, साउथ कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी होगा। यदि इन देशों के किसी भी यात्री में कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं या टेस्ट पॉजिटिव पाया जाता है तो इन लोगों को क्वारैंटाइन किया जाएगा।
कोरोना से जुड़े बड़े अपडेट्स…
- दिल्ली एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले यात्रियों की रैंडम टेस्टिंग शुरू हो गई है।
- आर्मी ने एडवाइजरी जारी कर जवानों को कोविड प्रोटोकॉल जैसे मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कहा।
- दुनिया की पहली नेजल वैक्सीन को सरकार की मंजूरी, बूस्टर के तौर पर लगेगी। पढ़े पूरी खबर…
- राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में आज से सभी यात्री मास्क पहनेंगे। पढ़ें पूरी खबर…
पिछले 24 घंटों में 201 नए केस
देश में पिछले 24 घंटों में 201 नए कोरोना केस सामने आए हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि भारत में एक्टिव मामले 3,397 हैं, जो कुल मामलों का 0.01% है। रिकवरी रेट फिलहाल 98.8% है। पिछले 24 घंटों में 183 लोग ठीक हुए हैं, जिससे ठीक होने वालों की कुल संख्या 4,41,42,791 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा- 75% लोगों ने बूस्टर डोज नहीं लगवाई
दूसरी तरफ, वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट आई है। इसमें बताया गया है कि देश में 75% लोगों ने बूस्टर डोज नहीं लगवाई है। अभी तक किसी भी राज्य में बूस्टर डोज का कवरेज 50% तक नहीं पहुंचा है। हालांकि, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और ओडिशा में 40% से ज्यादा लोगों ने बूस्टर डोज लगवा ली है।
केंद्र की 3 दिनों में 3 हाईलेवल मीटिंग
कोरोना महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने तीन दिनों में तीन हाईलेवल मीटिंग कीं। शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की। उन्होंने T3 यानी टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की रणनीति अपनाने पर जोर दिया।
चीन में इस समय कोरोना के BF.7 सब-वैरिएंट से हर दिन 5 हजार मौतें हो रही हैं। यह वैरिएंट भारत में सितंबर में आ गया था। देश में इसके केवल 4 केस हैं। इनमें 3 गुजरात और 1 केस ओडिशा में है। बिना लक्षण के ये मरीज अब स्वस्थ हैं।
27 दिसंबर को अस्पतालों में मॉक ड्रिल होगी
मांडविया ने राज्यों से 27 दिसंबर को अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं की मॉक ड्रिल करने के लिए कहा है। खासकर ऑक्सीजन प्लांट और वेंटिलेटर को लेकर राज्यों को आगाह किया। गौरतलब है कि 2020-21 में इन दो चीजों की भारी कमी हुई थी। ऐसे में केंद्र सरकार इन व्यवस्थाओं को पुख्ता रखना चाहती है।
ऐसी है देश में कोरोना की मौजूदा स्थिति
सितंबर में भारत में कोरोना के रोजाना औसत 5 हजार से 7 हजार केस सामने आ रहे थे, लेकिन अब यह संख्या घटकर रोजाना औसत 150 रह गई है। इनमें 78% नए मामले छह राज्यों (केरल में 51 केस, महाराष्ट्र में 20, कर्नाटक में 16, ओडिशा में 11, दिल्ली-राजस्थान में 10-10) में मिल रहे हैं। सक्रिय मरीज भी घटकर 3,380 रह गए हैं। ये कुल मरीजों के महज 0.01% हैं।
जीनोम सीक्वेंसिंग पर फोकस
केंद्र ने राज्य सरकारों को कोरोना पॉजिटिव मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग करवाने के निर्देश दिए हैं। लगभग सभी राज्य सरकारों अब कोरोना पॉजिटिव केस के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज रही हैं। जीनोम सीक्वेंसिंग से इस बात का पता लगाया जाएगा कि कोरोना के कितने नए वैरिएंट इस वक्त देश में मौजूद हैं।