सोशल मीडिया से जुड़े हैं ये 3 करिअर ऑप्शंस:सोशल मीडिया मैनेजर, स्ट्रेटेजिस्ट और कंटेंट मैनेजर
करिअर फंडा में स्वागत!
नई फील्ड्स में होते हैं नए मौके और आप नए-नए उभरते हुए करिअर फील्ड्स के बारे में जानना चाहते हैं। इसी सिलसिले में हम आज बात करेंगे कंटेंट क्रिएशन और सोशल मीडिया क्षेत्र की। युवाओं के लिए, सही प्लानिंग के साथ, इसमें अच्छी जॉब पाना या खुद का काम करना, पॉसिबल है।
सोशल मीडिया
2010 से हम सबने सोशल मीडिया यानी फेसबुक, ट्विटर, लिंक्ड-इन, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, टेलीग्राम, यू-ट्यूब जैसी वेबसाइट्स: जहां लोग सोशल हो सकते हैं, अपने एक्सपीरियंस शब्दों, चित्रों, वीडियो, और साउंड्स तथा म्यूजिक के जरिए शेयर कर सकते हैं – को तेजी से बढ़ते देखा। अब चैट-जीपीटी और DALL-E जैसे प्लेटफार्म भी आ गए हैं, जो इस फील्ड को पूरी तरह बदल देंगे।
ये निश्चित ही एक विचारों के एक्सचेंज की क्रांति है। इसमें हजारों ने अपना करिअर बनाया, और ये फील्ड अब मैच्यौर भी हो गई है। क्या आप इस क्रांति का हिस्सा नही बनना चाहेंगे?
बेसिक शर्त
यदि आप घंटों बैठ कर कंप्यूटर पर कार्य कर सकते हैं, कंप्यूटर पर क्रिएटिव कार्यों जैसे ग्राफिक्स डिजाइन, ब्लॉग राइटिंग (किसी भी भाषा में) आदि में आनंद लेते हैं, कुछ हटकर करिअर बनाना चाहते हैं तो इस क्षेत्र में कई करिअर ऑप्शंस है जो आपके लिए उपलब्ध हैं।
आगे आने वाले दिनों में सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ेगा ही, हालांकि नेचर चेंज होगा। समाज में सोशल मीडिया के बदलते पैटर्न को देखते हुए कॉर्पोरेट वर्ल्ड भी इस पर सक्रिय रहना चाहता है।
डिजिटल प्रमोशन और प्रजेंस आप पोलिटिकल पार्टीज, कॉर्पोरेट और सोशल बॉडीज भी रखना चाहती हैं, और इन्वेस्ट करने में संकोच नहीं करतीं।
शुरुआती फैक्ट
इस क्षेत्र में करिअर बनाने के लिए आप को वैसे किसी स्पेशल डिग्री की आवश्यकता नहीं है। आप चाहे किसी भी बैकग्राउंड से हो आर्ट्स, कॉमर्स, साइंस, इंजीनियरिंग इत्यादि आप इस क्षेत्र में करिअर बना सकते हैं।
लेकिन आप में कुछ स्किल्स आवश्यक हैं – जैसे क्रिएटिविटी, कम शब्दों में अपनी बात कहना, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की जानकारी, मार्केटिंग और ब्रांड कम्युनिकेशन का नॉलेज, वीडियो एडिटिंग स्किल्स।
आपको सोशल मीडिया मैनेजर के तौर पर मार्केटिंग कम्पनी, ऐडवरटाइजिंग कम्पनी, डिजिटल मार्केटिंग कम्पनी, मीडिया हाउस, स्टार्टअप, एजुकेशन क्षेत्र IT कंपनी इत्यादि में आसानी से जॉब मिल सकती है। मूनलाइटनिंग के जरिए और भी अधिक कमाई की जा सकती है। और अधिक धन कमाने के लिए आपको अपनी खुद की एजेंसी खोलनी होगी जहां आप अपना स्टाफ रख सकते हैं और एक से अधिक ग्रुप्स का कार्य ले सकते हैं।
वार्निंग: एक सोशल मीडिया यूजर होने, और प्रोफेशनल होने में जमीन आसमान का फर्क होता है।
एक नजर कुछ करिअर ऑप्शंस पर
1) सोशल मीडिया मैनेजर
एक सोशल मीडिया मैनेजर कम्पनी, ब्रांड या किसी प्रमुख संस्थान के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सोशल अकाउंट और चैनल को सही तरीके से मैनेज करता है।
वह हमेशा सोशल मीडिया पर कम्पनी को आगे ले जाने के लिए नए-नए तरीके अपनाते रहते हैं, ताकि कम्पनी कि अच्छी छवि को सकारात्मक बनाया रखा जा सके। PR, ऐडवरटाइजमेंट, मार्केटिंग और सोशल नेटवर्किंग के जरिए ऑर्गेनाइजेशन की जो सूचनाएं बाहर जाती हैं, उनमें समानता हो।
सोशल मीडिया पर दो तरफ से कम्युनिकेशन होता है। कम्पनियां अपनी ब्रांडिंग करती हैं, तो यूजर्स ब्रांड्स को लेकर राय जाहिर करते हैं। ऐसे में ब्रांड्स और कंपनियों के बीच कम्युनिकेशन को कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी होता है। यही काम सोशल मीडिया मैनेजर द्वारा किया जाता है।
ये पोस्ट स्ट्रेटेजी और एक्सिक्यूशन का मेल होती है।
2) सोशल मीडिया एनालिस्ट / स्ट्रेटेजिस्ट
सोशल मीडिया मार्केटिंग अभियानों से प्राप्त डाटा का विश्लेषण कर उस पर कम्पनी की नीतियां निर्धारित करना इनका काम है। ये कंपनियों को उनकी जरूरत के अनुरूप सोशल मीडिया चैनलों का चुनाव करने में सहायता करते है और ब्रांड्स से संबंधित ग्राहकों को टारगेट करते है।
सोशल मीडिया स्ट्रैटेजिस्ट इस तरह के प्रोफेशनल सोशल मीडिया के उस प्रोग्राम का इस्तेमाल करते हैं, जिसके माध्यम से मार्केटिंग कैंपेन को ज्यादा असरदार बनाया जा सके। इसका काम वेबसाइट ट्रैफिक को भी मॉनीटर करना होता है, ताकि वह सोशल मीडिया कैंपेन की सफलता को देख सके।
हर पोलिटिकल पार्टी के अपने सोशल मीडिया स्ट्रैटेजिस्ट होते हैं।
3) कंटेंट मैनेजर / क्रिएटर
यहां कंटेंट का अर्थ केवल लिखित कंटेंट से ना होकर उन सभी चीजों जैसे ग्राफिक्स, वीडियो, ऑडियो आदि से है जिसे सोशल मीडिया पर पब्लिश किया जाता है। यह अपने आप में एक बड़ा क्षेत्र है।
जहां सोशल मीडिया मैनेजर सोशल मीडिया सॉफ्टवेयर/प्लेटफॉर्म्स के तकनीकी पहलुओं पर अधिक ध्यान देता है वहीं कंटेंट क्रिएटर का कार्य कंटेंट की भाषा, क्वालिटी और अन्य टेक्नीकल बातों पर होता है। इनके विभिन्न कार्यों में कॉपीराइटिंग, स्क्रिप्ट राइटिंग, एडिटिंग इत्यादि शामिल होता है।
कौन से कोर्सेज करें
इस क्षेत्र में एजुकेशन और ट्रेनिंग के लिए पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम, मास्टर्स इन बिजनेस एनालिटिक्स, सर्टिफिकेट प्रोग्राम्स, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा प्रोग्राम्स, डिजिटल मार्केटिंग डिप्लोमा, डिप्लोमा इन टेक्निकल राइटिंग इत्यादि कई कोर्सेस उपलब्ध हैं।
कई संस्थान इस तरह के कोर्सेस करवा रहे हैं, क्योंकि यह अभी एक नई फील्ड है इसलिए इन कोर्सेस के लिए किसी भी संस्थान को ज्वाइन करने से पहले अपने स्तर पर उसके प्रमाणिकता की जांच जरूर कर लें।
मैंने जिस चैट-जीपीटी और DALL-E प्लेटफार्म की बात की, वो आने वाले समय में पूरी क्रांति ले आएंगे।
तो आज का करिअर फंडा यह है कि सोशल मीडिया में अनेकों नए मौके रोजाना बन रहे हैं, और पूरी तैयारी और अपनी स्किल्स के मिक्स से आप इसमें कमाल कर सकते हैं।
कर के दिखाएंगे!