Fri. May 16th, 2025

Year: 2022

मतदाता जागरूकता कार्यक्रम:युवा अपनी वोटर आईडी अवश्य बनवाएं : अनिल कुमार अग्रवाल

धौलपुर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत राजीविका के स्वयं सहायता समुह की महिलाओं के साथ फौजी…

पीईईओ स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का समारोहपूर्वक समापन:हार से निराश होने की बजाय लक्ष्य निर्धारित कर सफलता के प्रयास करने चाहिए : बारड़

जैसलमेर कस्बे में मोकलसर पीईईओ स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का मंगलवार समापन समाराेह हुआ। मुख्य अतिथि अमराराम…

मनरेगा मजदूरी:चार माह से 800 श्रमिकों को मनरेगा से रोजगार मिलने का इंतजार

जैसलमेर क्षेत्र की ग्राम पंचायत कुशीप में 800 जॉबकार्ड धारकों को मनरेगा मजदूरी उपलब्ध कराने के…

पदोन्नति:पटवारी के पदोन्नति व स्थानांतरण होने पर ग्रामीणों ने दी विदाई

जैसलमेर ग्राम पंचायत बडोड़ागांव में लंबे अंतराल के बाद नियमित रुप से सेवाएं देने वाले पटवारी…

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HMPV वायरस की दुनिया में क्या रफ्तार: किन देशों में मिल रहे संक्रमित, भारत में फिलहाल कैसी स्थिति? जानेंHMPV Virus Cases: भारत में अब तक ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के कितने केस-कहां मिले हैं? दुनिया में इस वायरस से जुड़े मामले कहां-कहां मिले हैं? और वहां कितने संक्रमितों की बात सामने आ रही है? आइये जानते हैं… ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को लेकर दुनियाभर में अलर्ट की स्थिति है। चीन में दिसंबर के मध्य से फैल रहे संक्रमण को लेकर डर की स्थिति तब और बढ़ गई, जब भारत में एचएमपीवी के केसों की पुष्टि हुई। इस बीच चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस कोई नया वायरस नहीं है, बल्कि इसका अस्तित्व दुनिया में करीब 60 साल से माना जा रहा है। इसके प्रभावों को लेकर डब्ल्यूएचओ से लेकर अलग-अलग स्वास्थ्य संस्थानों ने सावधान रहने को कहा है, हालांकि इसे बड़ा खतरा नहीं माना जा रहा है। इसके बावजूद पहले चीन, फिर भारत और अब कुछ और देशों में एचएमपीवी फैलने की वजह से इसकी संक्रमण दर को लेकर चिंता बनी हुई है। इतना ही नहीं ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से संक्रमितों में कोरोनावायरस प्रभावितों जैसा ही संक्रमण दर्ज किया गया। इसके चलते एचएमपीवी के प्रभावों की तुलना भी कोविड-19 से की जा रही है, जो कि चीन में ही उभरने के बाद दुनिया के कई देशों में फैल गया था।