उत्तराखंड का एक सख्श ऐसा भी जो अखबार बेचकर करता है पढ़ाई, सुबह 3 बजे उठकर करता है सेना की तैयारी
चमोली : गौचर चमोली के रहने वाले गौतम अपने सारे शौक मन के किसी कोने में दफन कर रोजी-रोटी का जुगाड़ करने में जुटा है, गौतम राजकीय इंटर कॉलेज में 12वीं के छात्र हैं। परिवार गौचर के पनाई गांव में रहता है। माता-पिता सहित परिवार में चार लोग हैं। भौगोलिक आकार और बड़ा बहन बीमार रहता है।
ऐसे में घर चलाने की जिम्मेदारी गौतम आ गई। घर के खर्च को उठाने के लिए गौतम ने अखबारों की बिक्री शुरू की और वह गौचर के तमाम स्थानों पर दौड़-दौड़ कर अखबारों का वितरण करता है। गौतम सुबह 3 बजे उठकर पहले पढ़ाई करता है।
बाद में अग्निवीर भर्ती के लिए दौड़ लगाई जाती है। घड़ी में 5 बजकर 30 मिनट होते ही वो दुकान के लिए निकल जाती है और दौड़ते हुए शहर भर में अखबार अधिसूचना है। गौतम के जज्बे को सलाम।
सचेत जीवन में मौज-मस्ती के साथ बड़े सपने देखने की होती है। इस उम्र में अलहड़पन तो होता है, लेकिन प्राचीनता के साथ शाररत भी साथ-साथ चलती रहती है। इस उम्र में बच्चा कमाने का सपना जरूर देखता है, लेकिन कमाई के लिए बमुश्किल ही घर की दहलीज को लांघते हैं। पहाड़ में कड़ाके की ठंड जब आपका सबब पर होता है, उस वक्त सुबह सुबह होने से पहले अंधेरा साये में गौतम घर-घर के दरवाज़ों तक नई खबरें सामने आती हैं। यह शौक नहीं मजबूरी है, क्योंकि इस छोटी सी उम्र में उसे अपने परिवार को भी पालना है। हम बात कर रहे हैं चमोली जनपद के गौचर में रहने वाले 17 साल के गौतम की, जो सुबह का इंतजार करते हुए न कर अंधेरे में ही घूमते हुए दौड़ते हुए अखबार वालों के लिए घर से निकल जाते हैं।
कौन है गौतम?
राजकीय इंटर कॉलेज गौचर में पाठक 17 वर्षीय गौतम 12वीं का छात्र है और वह गौचर पनाई का निवासी है। गौतम के परिवार में माता-पिता सहित चार लोग हैं, जिनमें से सभी अपरिवर्तित रहते हैं, माता-पिता गृहिणी और बड़ी बीमार बहन रहती है। ऐसे में गौतम ने घर के खर्च को उठाने के लिए अखबार बेचना शुरू किया और वह गौचर के तमाम स्थानों पर दौड़-दौड़ कर अखबारों का वितरण करता है।