चंपावत के एबटमाउंट में हेलीपोर्ट को हरी झंडी
चंपावत जिले के एबटमाउंट के हेलीपोर्ट को शासन ने हरी झंडी दे दी है। अब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के लिए निविदा आमंत्रित की जाएगी। इसके लिए 131.15 लाख रुपये मंजूर हुए हैं। जिले के दूसरे हेलीपोर्ट की फाइल भी शासन में दौड़ने लगी है।
चंपावत और एबटमाउंट में हेलीपोर्ट बनाने का एलान सात महीने पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया था। इसके बाद सर्वे किया गया था। निर्माण विंग के मुख्य महाप्रबंधक की अध्यक्षता में चार सदस्यीय तकनीकी समिति ने परीक्षण में दोनों जगहों को हेलीपोर्ट के लिए उपयुक्त पाया। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) की मंजूरी के बाद अब डीपीआर की कार्यवाही शुरू की जा रही है।हेलीपोर्ट एक छोटा हवाई अड्डा है, जो हेलीकॉप्टर और कुछ अन्य लिफ्ट विमानों के लिए उपयोग में आता है।
एबटमाउंट के हेलीपोर्ट की डीपीआर के लिए निविदा आमंत्रित की जाएगी। इसके लिए 131.15 लाख रुपये मंजूर हुए हैं। चंपावत के हेलीपोर्ट की डीपीआर के लिए 357 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं।
अशोक प्रजापति, ईई, सीएनडीएस, चंपावत।
चंपावत में हेलीपैड का काम चार साल से बंद
चंपावत। चंपावत में 0.20 हेक्टेयर जमीन पर 2016 से हेलीपैड का काम शुरू हुआ था लेकिन 2019 से काम बंद है। हेलीपैड के लिए आवंटित 99 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। लोनिवि के ईई बीसी पंत ने बताया कि सर्वे टीम परीक्षण के लिए मिट्टी के नमूने ले गई है। मृदा परीक्षण की रिपोर्ट के बाद डीपीआर तैयार की जाएगी।