नैनीताल में फिर बदला मौसम, बारिश ने बढ़ाई ठंड, बर्फबारी के आसार
नैनीताल : सरोवर नगरी में रविवार को मौसम में बदलाव आ गया। यह बदलाव सोमवार को भी जारी रहा। सोमवार को यहां पहले हिमकण गिरे और बारिश होने से सर्दी बढ़ गई। इससे हिमपात की उम्मीद एक बार फिर जग गई है।
एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से ऐसा हुआ है, जिसका असर नजर आने लगा है। दिसंबर व जनवरी में बर्फ नहीं गिरने के करण लोगों में निराशा है। आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान एरीज के पर्यावरण विज्ञानी डा. नरेंद्र सिंह के अनुसार, हिमपात के अगले 45 दिन अभी भी शेष हैं। मार्च में पहले भी कई बार हिमपात हुआ है
इधर, जलवायु परिवर्तन के कारण ऋतुएं शिफ्ट हो चुकी हैं, जिनमें एक माह तक का अंतर आ चुका है। इस कारण मार्च तक हिमपात की संभावना बनी रहेगी। जीआइसी मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अधिकतम तापमान 12 व न्यूनतम छह डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आर्द्रता अधिकतम 78 व न्यूनतम 55 फीसद रही।
सरोवर नगरी में वीकेंड पर सैलानियों की आमद बढ़ने से शहर गुलजार नजर आया। इनमें डे विजिट पर पहुंचे पर्यटकों की संख्या अधिक रही। दोपहर तक शहर के भीतरी पार्किंग स्थल फुल हो गए, जिस कारण पार्किंग की तलाश में पर्यटक वाहन रेंगते रहे। मल्लीताल रिक्शा स्टैंड और मस्जिद तिराहे पर जाम की स्थिति बनी रही
शहर पहुंचे पर्यटकों ने हिमालय दर्शन, केव गार्डन, चिड़ियाघर, सरिताताल, स्नोव्यू, वाटरफाल में जमकर सैर सपाटा किया। मालरोड पर भी पर्यटकों की भारी भीड़ नजर आई।
झील में ठंड के बावजूद नौकायन करने वाले पर्यटकों का तांता लगा रहा। नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बिष्ट के अनुसार हिमपात की उम्मीद को लेकर काफी सैलानी पहुंच रहे हैं। यदि हिमपात हुआ तो सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ेगी।
वहीं सीमांत में रविवार को कोहरा छाया रहा। दोपहर बाद सूर्यदेव के दर्शन हो पाए। पूरे दिन सर्द हवा चलती रही। थारू राइंका के मौसम वैधशाला प्रभारी नरेंद्र रौतेला ने बताया कि तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। न्यूनतम तापमान नौ व अधिकतम तापमान 19 डिग्री रिकार्ड किया गया है। आगे अभी और सर्दी पड़ने की आशंका बनी हुई हैं।