बागेश्वर। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में दो दिवसीय अर्थशास्त्र विषय की प्रोजेक्ट कार्यशाला संपन्न हुई। इसमें तीनों विकासखंडों से 20 प्रवक्ताओं ने भागीदारी कर मांग के प्रभाव, अनाज उत्पादन की स्थिति का अध्ययन किया।
कार्यशाला के पहले दिन शिक्षकों को दैनिक जीवन में अर्थशास्त्र विषय की उपयोगिता, प्रोजेक्ट निर्माण की विधियां, प्रोजेक्ट के रूप में कक्षा के अनुसार अनुसंधान के प्रकरण, प्रासंगिकता, उपयोगिता, डाटा कलेक्शन, डाटा विश्लेषण आदि का प्रशिक्षण दिया गया।
दूसरे दिन अर्थशास्त्र प्रवक्ताओं ने ग्रुप बनाकर प्रोजेक्ट निर्माण किया। प्रोजेक्ट निर्माण के दौरान उत्तरायणी मेले में मांग के प्रभाव का अध्ययन, मंडलसेरा में पिछले पांच वर्ष में गेेहूं के उत्पादन की स्थिति का अध्ययन, उपभोग एवं बचत की प्रवृत्ति का अध्ययन, कर्मी गांव में वस्तु विनिमय की स्थिति का अध्ययन आदि पर काल्पनिक आंकड़ों की मदद से प्रोजेक्ट निर्माण कर प्रस्तुत किया।
डायट प्रवक्ता रवि कुमार जोशी, डॉ. मनोज चौहान, सुषमा टम्टा, उपेंद्र कनवाल कार्यशाला के मुख्य संदर्भदाता रहे। समापन पर डायट प्राचार्या डॉ. शैलेंद्र धपोला ने अर्थशास्त्र में प्रयोगात्मक विषय को शामिल करने को विद्यार्थियों के लिए लाभकारी बताया। बीईओ चक्षुपति अवस्थी ने कहा कि प्रशिक्षण का लाभ कक्षा-कक्ष तक पहुंचने पर ही यह प्रशिक्षण को सार्थक माना जाएगा। इस दौरान डॉ. बीडी पांडेय, डॉ. केएस रावत, डॉ. सीएम जोशी, संदीप कुमार जोशी, डॉ. प्रेम सिंह मावड़ी, आरडी जोशी, डौली जोशी, सतीश कांडपाल, गणेश कुवार्बी, जोगा राम आदि मौजूद रहे।