शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने देहरादून स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत संचालित फसाड योजना के तहत दर्शनी गेट से होते हुए घंटाघर तक निरीक्षण किया। इस दौरान मंत्री ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर नाराजगी व्यक्त की और कई आवश्यक निर्देश भी दिए।
मंगलवार को मंत्री डॉ अग्रवाल ने स्मार्ट सिटी परियोजना के कार्यों के निरीक्षण की शुरुआत दर्शनी गेट से की। इसके बाद मंत्री डॉ अग्रवाल ने पीपल मंडी, धामावाला, कोतवाली और घंटाघर तक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान मंत्री डॉ अग्रवाल ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर नाराजगी जताई। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि यहां खुली तारों को हटाया जाए साथ ही व्यापारियों की सहमति से ही फीडर बॉक्स लगाए जाए।
डॉ अग्रवाल ने यहां बाजार में सड़क से ऊंचे मेनहोल को लेवल पर लाने के लिए भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय व्यापारियों तथा यहां खरीदारी को पहुंचने वाले नागरिकों को दुर्घटना का सामना करना पड़ सकता है ऐसे में मेन हॉल और सड़क एक लेवल में किए जाएं ।
यहां बाजारों में मलबे को देख मंत्री डॉ अग्रवाल ने जिलाधिकारी को 24 घंटे के भीतर मलवा हटाने के निर्देश दिए। इस दौरान मंत्री डॉ अग्रवाल ने स्थानीय व्यापारियों से फुटपाथ पर किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए भी अनुरोध किया ।
इस मौके पर मेयर सुनील उनियाल गामा जिलाधिकारी सोनिका, दूध उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष भाजपा सिद्धार्थ अग्रवाल, महानगर महामंत्री विजेंद्र थपलियाल, उपाध्यक्ष राजेंद्र ढिल्लों, रेलवे बोर्ड के सदस्य शशांक मलिक, दर्शनी गेट व्यापार मंडल के अध्यक्ष दीपक गुप्ता, धमावाला व्यापार मंडल के अध्यक्ष विनय बंसल, पलटन बाजार व्यापार मंडल के अध्यक्ष विजय कोहली, श्याम सिंह राणा अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जगमोहन चौहान (सीजीएम टेक्निकल), आशीष सक्सेना (एजीएम इलेक्ट्रिक, गिरीश पुंडीर (एजीएम अधिप्राप्ति विशेषज्ञ), गौरव सकलानी, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल, व्यापारी कमलेश अग्रवाल, विजय कोहली, संतोख नागपाल, अजय गोयल, रविंद्र आनंद, गुरजिंदर आनंद अजय सिंघल आदि उपस्थित रहे ।
*क्या है फसाड योजना*
देहरादून स्मार्ट सिटी योजना के तहत पलटन बाजार की दुकानों के अग्रभाग का मॉडलाइजेशन करके एक रूप में तैयार किया जाना है। इस योजना के तहत दुकानों के साइन बोर्ड को एक जैसा तैयार किया जाएगा। स्मार्ट सिटी के अंतर्गत घंटाघर से दर्शनी गेट तक बाजार के अग्र भाग को एक स्वरूप दिया जाएगा। जिसके अंतर्गत प्रस्तावित फसाद कार्य के बाद सभी दुकानें एक जैसी दिखेंगी
दुकानों के फ्रंट से लेकर नेम बोर्ड साइन बोर्ड एक स्वरूप में होंगे घंटाघर से दर्शनी गेट तक पूरा बाजार दिखने में एक जैसा लगेगा। इस कार्य पर करीब 4.79 करोड रुपए खर्च होंगे।