उत्तराखंड: जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर में जोशी-गोथान पंचायत बनी ओडीएफ प्लस, हर घर तक पहुंचा स्वच्छ जल
देहरादून। प्रधान गांव के विकास की धुरी माने जाते हैं। उत्तराखंड के जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर की ग्राम पंचायत जोशी-गोथान की युवा प्रधान निकिता चौहान इस उक्ति को अक्षरश: चरितार्थ कर रही हैं।
जिला मुख्यालय देहरादून से लगभग 80 किमी दूर कालसी ब्लाक में स्थित 90 परिवार और 1,500 की आबादी वाली इस पंचायत में तीन गांव गोथान, मथेऊ और हमरोऊ आते हैं।
पंचायत में लगभग 800 मतदाता हैं। वर्ष 2019 में प्रधान चुने जाने के बाद निकिता ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 11 परिवारों के घर में शौचालय का निर्माण कराया।
साथ ही 26 परिवारों के पुराने शौचालयों की मरम्मत परफार्मेंस ग्रांट योजना से कराई गई। विवाह, स्थानीय पर्व और सामूहिक आयोजन के दौरान बाहर से आने वाले व्यक्तियों के लिए सार्वजनिक शौचालय बनवाया गया। आज पंचायत में सभी परिवारों के पास शौचालय हैं
सके अलावा प्रधान ने घरों से निकलने वाले गंदे पानी के निस्तारण को पंचायत में 11 सामुदायिक सोख्ता गड्ढे बनवाए हैं। इससे अब घरों का गंदा पानी गलियों में नहीं बहता।
प्रधान के प्रयासों से प्रेरित होकर ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन ग्रामीण खुद कर रहे हैं। इसके अंतर्गत ग्रामीण गीले कूड़े का उपयोग खाद के रूप में करते हैं।
इसके लिए पंचायत में तीन सामुदायिक कंपोस्ट पिट बनाए गए हैं। सूखा कूड़ा कबाड़ी को दिया जाता है। इस तरह जोशी-गोथान खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ प्लस) होने के साथ पूरी तरह तरल अपशिष्ट प्रबंधन वाली पंचायत बन गई। निकिता के पति राजेंद्र चौहान इसी पंचायत में उप प्रधान हैं।
जल जीवन मिशन के तहत क्षेत्र में मौजूद तीन जलस्रोतों से पंचायत तक पाइप लाइन बिछाई गई है। इस पाइप लाइन के जरिये हर घर में स्वच्छ जल पहुंचाया जा रहा है।
पंचायत में वर्षा जल के संचय के लिए मनरेगा से जगह-जगह हौज का निर्माण कराया गया, जिसमें एकत्र पानी फसलों की सिंचाई के काम आ रहा है।
बीते चार वर्ष में पंचायत में लगभग 70 लाख रुपये के विकास कार्य हुए हैं। प्रधान निकिता बताती हैं कि मनरेगा, विधायक निधि और जिला पंचायत मद से उन्होंने ये सभी कार्य करवाए हैं।
पक्की सड़कें और प्रकाश के लिए सोलर लाइट
सुविधाओं के मामले में भी पंचायत पीछे नहीं है। प्रधान निकिता के प्रयास से पंचायत के तीनों गांव गोथान, मथेऊ और हमरोऊ में सीसी मार्गों का निर्माण हो चुका है। इन मार्गों पर 40 जगह सोलर लाइट लगाई गई हैं। इससे पूरी ग्राम पंचायत रात में जगमग रहती है।
सरकारी योजनाओं से सशक्त हो रहा हर परिवार
ग्रामीणों की आर्थिकी को लेकर भी निकिता गंभीर हैं। इसी का परिणाम है कि पंचायत में शत-प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को वृद्धावस्था और दिव्यांग पेंशन का लाभ मिल रहा है।
हर परिवार के पास राशन कार्ड है। बीते वर्ष मनरेगा योजना में पंचायत के सभी 150 जाब कार्डधारकों को पूरे सौ दिन का रोजगार मिला।
जल प्रबंधन के लिए निकिता को इसी चार मार्च को दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्वच्छ सुजल शक्ति पुरस्कार-2023 देकर सम्मानित किया।
स्वच्छ भारत मिशन, जल जीवन मिशन के अंतर्गत स्वच्छ सुजल भारत के निर्माण में योगदान देने वाली महिलाओं को यह सम्मान केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की ओर से दिया जाता है।
हमारी पंचायत आदर्श ग्राम के रूप में विकसित हो रही है। आज पंचायत में सभी परिवारों के पास शौचालय हैं। पंचायत को साफ-सुथरा रखने के लिए समय-समय पर अभियान चलाकर ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाता है। यह ग्रामीणों के सहयोग का ही परिणाम है कि पंचायत को देशभर में पहचान मिल पाई। इसमें पंचायत सदस्यों का भी पूरा सहयोग मिला। -निकिता चौहान, प्रधान, ग्राम पंचायत जोशी-गोथान
जोशी-गोथान पंचायत प्रधान निकिता चौहान के प्रयासों से आदर्श ग्राम के रूप में विकसित हो रही है। उन्होंने ग्राम पंचायत में स्वच्छ भारत और जल जीवन मिशन के अंतर्गत सराहनीय कार्य किए हैं। इससे पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। -उर्मिला बिष्ट, खंड विकास अधिकारी, कालसी