विधानसभा में महू कांड पर हंगामा, विजयलक्ष्मी साधौ रो पड़ीं नरोत्तम मिश्रा ने दी सफाई; कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित

विधानसभा के बजट सत्र के 10वें दिन सदन में महू कांड पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। जिसके बाद विधानसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। आज कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने इस मुद्दे को उठाया। मृत युवती और युवक के परिजनों पर मामला दर्ज करने का विरोध किया। वे गृहमंत्री से इस्तीफा देने की मांग कर रहे थे। उधर, विधायक विजयलक्ष्मी साधौ रोते हुए सदन से बाहर चली गईं।
आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार पर पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ का सदन में दर्द छलक पड़ा। वे सदन से रोते हुए बाहर निकलीं और कहा- सरकार आदिवासियों और महिलाओं के साथ अन्याय कर रही है। इससे पहले सदन में जैसे ही हंगामा तेज हुआ तो संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने महू कांड पर जवाब देते हुए कहा- पीएम रिपोर्ट के अनुसार युवती की मौत करंट लगने से हुई है। सीसीटीवी फुटेज में थाने पर हमला करने के आधार पर 13 या 17 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। मृत युवती और युवक के परिजनों पर भी मामला दर्ज हुआ है। हालांकि, जांच में किसी के साथ भी अन्याय नहीं होगा।
अपडेट्स
- नेता प्रतिपक्ष बोले- अशासकीय संकल्प हो जाए, उसके बाद बाकी कई सदस्यों को जाना है, आज शनिवार है। बाकी चर्चा सोमवार को हो जाएगी।
- नरोत्तम मिश्रा बोले- मेरी नेता प्रतिपक्ष के बीच जो चर्चा हुई थी, उसमें सदन को आगे चलाने की बात हुई थी। आज शुक्रवार का दिन अशासकीय संकल्पों का दिन रहता है, बाकी विषयों पर चर्चा आगे के दिनों में हो जाएगी।
- पीसी शर्मा ने कहा- जीएडी के हाथ में पूरे मप्र की बागडोर है। अधिकारी कर्मचारी इसके कंट्रोल में आते हैं। कहने को लाखों का बजट है, लेकिन पुरानी पेंशन क्यों नहीं दे रहे। विधायकों, पूर्व विधायकों को पेंशन मिल रही है तो कर्मचारियों को क्यों नहीं मिल रही। साथ ही पत्रकार प्रोटेक्शन एक्ट आना चाहिए। अधिमान्यता समिति का जल्दी गठन किया जाए।
- संसदीय कार्यमंत्री स्पीकर से बोले- नेता प्रतिपक्ष और आप साक्षी हैं कि वक्तव्य देने के बाद सदन चलेगा, लेकिन प्रश्नकाल नहीं हो पाया। हमारे दोनों मंत्री प्रश्नों के उत्तर बनाने में रात भर सो नहीं पाए।
- नेता प्रतिपक्ष बोले- ध्यानाकर्षण अगली तारीख में ले लें। मंत्री भार्गव ने फाइलें दिखाते हुए कहा कि इनका क्या होगा?
- नरोत्तम ने स्पीकर से कहा- आपने नाम लिए, लेकिन ये लोग उठे नहीं, कार्रवाई को बाधित करते हैं। ऐसे लोगों को ठीक करिए। इस पर कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह और लाखन यादव बोले- ये तरीका ठीक नहीं है।
- अहीर रेजिमेंट का अशासकीय संकल्प आज फिर नहीं आ पाया। संजय यादव बोले- आज फिर गायब कर दिया। पहले तीन बार समय दिया, लेकिन आया नहीं।
- कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा- सदन में आज हम महू घटना की रिपोर्ट को रखेंगे। पीड़ित परिवार पर ही पुलिस ने FIR की है। वहां पर कांग्रेसी आदिवासी विधायकों की समिति बनाकर भेजी गई थी।
आज सत्र हुआ समाप्त तो शून्य हो जाएगा अविश्वास
यदि सत्र समाप्त होने के पहले अविश्वास प्रस्ताव सदन में स्वीकार या अस्वीकार करने के लिए प्रस्तुत नहीं होता है या निर्णय नहीं हो पाता है तो वह शून्य हो जाएगा, जबकि विशेषाधिकार हनन की सूचना अस्तित्व में रहेगी। इसे विशेषाधिकार समिति को सौंपे जाने का निर्णय कभी भी लिया जा सकता है। कांग्रेस द्वारा संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के विरुद्ध दी गई विशेषाधिकार हनन की सूचना भी विचाराधीन है। हालांकि, वे खेद जता चुके हैं।
कांग्रेस के जांच दल की रिपोर्ट पेश की
महू में पुलिस गोलीबारी में आदिवासी युवक की मृत्यु एवं एक आदिवासी युवती की हत्या के मामले में कांग्रेस आदिवासी नेताओं के जांच दल ने अपनी जांच रिपोर्ट पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ को सौंपी। जांच दल में कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, पाचीलाल मेड़ा और झूमा सोलंकी शामिल थीं। जांच दल ने महू पहुंचकर पुलिस गोलीबारी में मारे गए आदिवासी युवक भेरूलाल के पिता मदन सिंह छारेल और विधानसभा महेश्वर में मृतिका आदिवासी युवती से मुलाकात की। कांग्रेस की जांच में यह निकले निष्कर्ष…
- आदिवासी युवक भेरूलाल शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहा था और उसे दमन करके उसकी पुलिस गोलीबारी में हत्या कर दी गई।
- मृत युवती के पोस्टमार्टम में पुलिस ने सही तरीका नहीं अपनाया। परिजनों पर राजनीतिक दबाव डालने की कोशिश की गई और मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई।
- स्थानीय भाजपा सांसद के दबाव में 9 घंटे तक मामले को दबाने की कोशिश की गई।
- शिवराज सरकार का रवैया पूरी तरह आदिवासी विरोधी है।
- विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली से मारे गए आदिवासी युवक भेरूलाल के खिलाफ ही पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है।
- इसी तरह मृत युवती के परिवार के लोगों के खिलाफ भी हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया गया है।
इनके खिलाफ भी अब तक कोई निर्णय नहीं
विधानसभा की कार्रवाई के दौरान संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा पर विधानसभा की नियम पुस्तिका की किताब फेंकने के आरोप नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने लगाए थे। इसके बाद कांग्रेस के विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने किताब फाड़ दी थी। संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा, डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की सूचना पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।