साइंस आउटरीच कार्यक्रम का दूरदराज तक हो विस्तार
गंगोलीहाट (पिथौरागढ़)। हिमालयन ग्राम विकास समिति की ओर से सीएनआर राव एजुकेशन फाउंडेशन बेंगलुरु और उत्तराखंड राज्य विज्ञान प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग से संचालित तीन दिवसीय साइंस आउटरीच कार्यक्रम का बृहस्पतिवार को समापन हो गया। शिक्षकों और विद्यार्थियों ने दूरदराज तक साइंस आउटरीच कार्यक्रम के विस्तार का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के विज्ञान का ज्ञान दूरदराज क्षेत्र में पहुंचाने की जरूरत है।
प्रो. विद्याधिराजा ने कहा कि हिमालयन ग्राम विकास समिति, जवाहरलाल नेहरू सेंटर फाॅर एडवांस साइंटिफिक रिसर्च, सीएन आर एजुकेशनल फाउंडेशन के बीच सहमति के बाद अक्तूबर 2023 से वैज्ञानिक, शोधार्थी और उत्तराखंड के विद्यार्थियों की मेंटरिंग होगी जिसके लिए एक एक्सचेंज प्लेटफार्म तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रयास रहेगा कि उत्तराखंड के विज्ञान शिक्षकों का जवाहरलाल नेहरू सेंटर फाॅर एडवांस साइंटिफिक रिसर्च के साथ ही आईआईएससी इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स, नेशनल सेंटर फार, बायोलॉजिकल साइंस राना रिसर्च इंस्टिट्यूट बेंगलुरु का भ्रमण कराया जाएगा।
एचजीवीएस अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि न्यायमूर्ति स्व. रवि स्वरूप धवन की स्मृति में उनकी पत्नी लुसिंडा धवन इंटरमीडिएट में विज्ञान शिक्षा प्राप्त करने के लिए चार गरीब मेधावियों को छात्रवृति देंगी। इसके अलावा प्रो. इंदुमति राव भी चार गरीब मेधावियों को छात्रवृति देंगी। उन्होंने बताया कि किशोर पाटनी की अध्यक्षता में एक चयन समिति छात्रवृति के लिए विद्यार्थियों का चयन करेगी। प्रो. बीडी लखचौरा ने सीएनआर एजुकेशन फाउंडेशन, कोस्ट देहरादून, डीईओ पिथौरागढ़, प्रतिभागी वैज्ञानिक, शिक्षकों, विद्यार्थियों का आभार जताया।
इस मौके पर प्रो. पीएस महर, प्रो. आनंद जीना, बीएस कोरंगा, प्रो. प्रताप विश्नोई, प्रो. राजीव कापड़ी, डॉ. अरूण, किशोर पाटनी, दिनेश भट्ट, हीरा सिंह शाही, डॉ. पीकुमार, बीएस बिष्ट, एमएस धामी, दीपा खाती, बीना मिरौला, राखी जोशी, कविता बनकोटी, सोनिया बिष्ट, वी पी भट्ट, बसंत गिरी, पंकज पांडे और ललित महरा सहित कई विद्यार्थियों ने भाग लिया।