फाइनल में हार के बाद निराश हुए कप्तान हार्दिक पांड्या, पढ़ें फिर भी क्यों और किसकी की तारीफ
चेन्नई सुपर किंग्स एक बार फिर IPL चैंपियन बनने मे कामयाब रही. महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने खिताबी मुकाबले में गुजरात टाइटंस को 5 विकेट से हराकर जीत अपने नाम की. बारिश के चलते चेन्नई को डकवर्थ लुईस नियम के अनुसार, 15 ओवर में 177 रनों का टारगेट मिला था, जिसे टीम ने आखिरी गेंद पर चेज किया. इस तरह से गुजरात ने फाइनल मैच गंवा दिया. इस हार के बाद हार्दिक पांड्या ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाग्य ने यही लिखा था.
हार्दिक ने मैच के बाद कहा, “मुझे लगता है कि एक टीम के रूप में हम काफी कुछ करते हैं. हम बहुत दिल से खेलते हैं, जिस तरह से हम लड़ते रहे उस पर वाकई में गर्व है. हमारा एक आदर्श वाक्य है – हम एक साथ जीतते हैं, हम एक साथ हारते हैं. मैं कोई बहाना नहीं बनाऊंगा, चेन्नई ने अच्छा क्रिकेट खेला. हमने अच्छी बल्लेबाज़ी की, खासकर साई सुदर्शन, इस लेवल पर खेलना आसान नहीं होता है.”
गुजरात के कप्तान आगे कहा, “हम लड़कों का समर्थन कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे थे कि हम उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मिले. लेकिन उनकी सफलता उनकी है. जिस तरह से उन्होंने अपना हाथ ऊपर उठाया और अच्छा प्रदर्शन किया- मोहित, राशिद, शमी और सभी.
हार्दिक पांड्या ने आगे विनिंग कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बारे में बात की. उन्होंने का कि आज रात धोनी की थी. पांड्या ने कहा, “मैं उनके लिए बहुत खुश हूं., भाग्य ने यही लिखा था. अगर मुझे हारना पड़े, तो मैं उसे उनके सामने हारूंगा. अच्छे लोगों के साथ ही अच्छी चीज़ें होती हैं और मैं जानता हूं कि वो सबसे अच्छे इंसान रहे हैं. भगवान दयालु रहे हैं, भगवान ने मुझ पर भी कृपा की है लेकिन आज उनकी रात थी.”