महिला पॉलीटेक्निक में मिलेगी डिजिटल पुस्तकालय की सुविधा
अल्मोड़ा। राजकीय महिला पॉलीटेक्निक में छात्राओं को जल्द डिजिटल लाइब्रेरी की सौगात मिलेगी। छात्राओं को जरूरत की हर किताब पुस्तकालय की वेबसाइट पर आसानी से मिल सकेगी। इससे किताबों की कमी की समस्या से भी निजात मिलेगी।
नगर में राजकीय महिला पॉलीटेक्निक की स्थापना वर्ष 1987 में की गई। छात्राओं को बेहतर सुविधा देने के लिए पॉलीटेक्निक में डिजिटल लाइब्रेरी के निर्माण की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए चार करोड़ पचास लाख रुपये का प्रस्ताव बना कर शासन को भेजा गया था। इसे जल्द स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। डिजिटल लाइब्रेरी बनने से प्रशिक्षणार्थियों को पाठ्यक्रम की सभी पुस्तकें पुस्तकालय की वेबसाइट में आसानी से उपलब्ध होंगी। संस्थान के चार ट्रेड में कुल 260 छात्राएं अध्ययनरत हैं। पुस्तकालय से कई बार जरूरी किताबें न मिलने पर उन्हें परेशानी होती है। डिजिटल लाइब्रेरी बनने से किताबों की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा।
अल्मोड़ा। पुस्तकालय भवन के कंप्यूटर कक्ष में एक साथ 40 से अधिक छात्राएं अध्ययन कर सकेंगी। छात्राओं को वहां किताबों के साथ ही बैठने की उचित व्यवस्था, वाई-फाई, पेयजल, शौचालय आदि सुविधा मिलेगी। डिजिटल लाइब्रेरी बनने से एक पुस्तक के किसी छात्रा के नाम जारी होने पर पुस्तक के वापस आने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। ऑनलाइन माध्यम से घर बैठे पुस्तकालय की वेबसाइट से जरूरत की पुुस्तक चुन कर पढ़ाई कर सकेंगी। इससे छात्राओं की किताबों पर निर्भरता कम होगी।
अल्मोड़ा। पुस्तकालय भवन के कंप्यूटर कक्ष में एक साथ 40 से अधिक छात्राएं अध्ययन कर सकेंगी। छात्राओं को वहां किताबों के साथ ही बैठने की उचित व्यवस्था, वाई-फाई, पेयजल, शौचालय आदि सुविधा मिलेगी। डिजिटल लाइब्रेरी बनने से एक पुस्तक के किसी छात्रा के नाम जारी होने पर पुस्तक के वापस आने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। ऑनलाइन माध्यम से घर बैठे पुस्तकालय की वेबसाइट से जरूरत की पुुस्तक चुन कर पढ़ाई कर सकेंगी। इससे छात्राओं की किताबों पर निर्भरता कम होगी।
डिजिटल लाइब्रेरी बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। डिजिटल पुस्तकालय बनने से छात्राओं को पुस्तकों से संबंधित कोई समस्या नहीं आएगी। सभी जरूरी पुस्तकों को पुस्तकालय की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। – रेखा असवाल, प्रधानाचार्या, महिला पालिटेक्निक, अल्मोड़ा।